कांवड़ यात्रा-2024 : मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे नहीं होंगे बंद, जानिए कहां से निकलेंगे कांवड़िये

UPT | मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे

Jul 15, 2024 02:14

एडीजी ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस लाइन में समीक्षा की। उन्होंने यातायात व्यवस्था की तैयारियों की जांच की और इस दौरान बताया कि...

Meerut News : एडीजी ट्रैफिक के. सत्यनारायण ने 22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस लाइन में समीक्षा की। उन्होंने यातायात व्यवस्था की तैयारियों की जांच की और इस दौरान बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को कांवड़ यात्रा के दौरान बंद नहीं किया जाएगा। एडीजी ने यह भी बताया कि सुरक्षित और सुचारू यातायात सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई हैं।


इस रास्तें से निकलेंगे कांवड़ियां
एक्सप्रेसवे पर कांवड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए गंगनहर चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग से उन्हें निकाला जाएगा। इस निर्णय के बाद कांवड़ यात्रा को सरकारी स्तर से पूरी निगरानी में रखने का आदेश दिया गया है। मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और उत्तराखंड के अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी लेकर निर्देश दिए गए। सभी अधिकारी अपनी ड्यूटी को लेकर मुस्तैदी से अपना काम करेंगे।

सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों की तैनाती
दिल्ली पुलिस के एडीजी ने हाल ही में दिल्ली-मेरठ राजमार्ग पर भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्ट की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य 22 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ यात्रा के दौरान यात्री बसों और भारी वाहनों की सुरक्षित गतिविधियों को सुनिश्चित करना है। एडीजी ने बताया कि इस तरह के वाहनों के लिए वाहन प्रवाह को अन्य रास्तों पर डायवर्ट करने की प्रक्रिया तैयार की गई है, जिससे आम जनता को असुविधा न हो। कांवड़ यात्रा के दौरान गंगनहर चौधरी चरण सिंह ने बताया कि एनएच-58 पर ट्रैफिक प्लानिंग की गई है। इस योजना के अनुसार कांवड़ियों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बड़ी संख्या में कांवड़ियों को एएच-58 पर सुरक्षित तरीके से प्रवाहित करेगी। इसके लिए सादा कपड़ों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जिससे दिल्ली के दूरी का अनुभव कांवड़ियों के लिए कम हो।

एडीजी न दिए ये आदेश
एडीजी ने कांवड़ मार्ग पर सुधार के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि इन कामगीरों को कंट्रोल रूम से जोड़ा जा सके और उनकी यात्रा पर नजर रखी जा सके। इसके अलावा एक बेहतर कम्युनिकेशन सिस्टम विकसित किया जाए। कांवड़ियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सुझाव दिए हैं कि वाहन पार्किंग, सेवा शिविर, मेडिकल कैंप, विश्राम स्थल, मंदिर और पेट्रोल पंप के बोर्डों पर पर्याप्त जानकारी उपलब्ध कराई जाए। सभी बोर्डों पर बार कोड भी होगा, जिससे कांवड़ियों को बोर्ड पर दी गई सेवाओं का तुरंत उपयोग करने में मदद मिले।

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