Meerut News : मेरठ मेट्रो का पहला ट्रेनसेट दुहाई एनसीआरटीसी डिपो पहुंचा

UPT | मेरठ मेट्रो का पहला ट्रेनसेट

Feb 28, 2024 20:26

अत्याधुनिक डिजाइन वाले इस ट्रेनसेट को पूरी तरह भारत में डिजाइन और निर्मित है तथा ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के अंतर्गत बनाई गई है। मेरठ मेट्रो के ये ट्रेनसेट ऊर्जा कुशल तो हैं ही, साथ ही हल्के और रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस है।

Short Highlights
  • गुजरात के सावली से बड़े ट्रेलर्स की मदद से दुहाई डिपो लाया गया ट्रेनसेट
  • अनलोड करने के बाद असेंबलिंग और टेस्टिंग के लिए तैयारी शुरू 
  • हाल ही में एनसीआरटीसी ने जारी किया था मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट का फर्स्ट लुक
     
Meerut News : मेरठ मेट्रो का पहला ट्रेनसेट दुहाई गाजियाबाद में एनसीआरटीसी डिपो में पहुंच गया है। मेरठ मेट्रो के तीन डिब्बों का ये ट्रेनसेट बड़े ट्रेलरों की मदद से गुजरात के सावली से लाया गया है जिसे अनलोड कर लिया गया है और अब इसके असेंबलिंग और टेस्टिंग के लिए तैयार किया जा रहा है। 
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने हाल ही में मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट के फर्स्ट लुक का अनावरण किया था। जिसके बाद एल्स्टॉम ने गुजरात के सावली में एनसीआरटीसी को पहला ट्रेनसेट सौंपा था। यह पहली ट्रेन है जो मेरठ मेट्रो के लिए डिपो मे पहुची है।  

पूरी तरह से भारत में डिजाइन और निर्मित ट्रेनसेट
अत्याधुनिक डिजाइन वाले इस ट्रेनसेट को पूरी तरह भारत में डिजाइन और निर्मित है तथा ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के अंतर्गत बनाई गई है। मेरठ मेट्रो के ये ट्रेनसेट ऊर्जा कुशल तो हैं ही, साथ ही हल्के और रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस है। जो स्वचालित ट्रेन सुरक्षा ‘एटीपी’, स्वचालित ट्रेन नियंत्रण ‘एटीसी’ और स्वचालित ट्रेन संचालन ‘एटीओ’ के साथ आते हैं। मेरठ मेट्रो ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा है।

13 स्टेशनों और 23 किमी लंबे मार्ग से गुजरेगी मेरठ मेट्रो
मेरठ मेट्रो उत्तर प्रदेश के मेरठ के निवासियों के लिए एक सुरक्षित, तीव्र और आधुनिक परिवहन साधन की शुरुआत करने जा रहा है। मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट के आने के साथ ही मेरठ मेट्रो का ट्रायल रन जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। मेरठ मेट्रो 13 स्टेशनों के साथ 23 किमी लंबा है। अभी मेरठ मेट्रो का निर्माण तेजी से जारी है और इसके सभी स्टेशन आकार ले रहे हैं। ये देश में पहली बार है कि नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो, दोनों दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर चलेंगी। 

इसके लिए एनसीआरटीसी ने वैश्विक रेल परिवहन में अग्रणी प्रयास करते हुए लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन पर हाइब्रिड लेवल-3 के साथ यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली ‘ईटीसीएस’ लेवल 2 की सिग्नलिंग प्रणाली अपनायी है। ये मेरठ के भीतर आरआरटीएस और मेट्रो सेवाओं को निर्बाध रूप से एकीकृत करेगा और जनता को बेहतरीन सेवाएँ प्रदान करेगा।

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