कक्षा एक की छात्रा को कमरे में बंद कर चली गई प्रधानाध्यापिका : ढाई घंटे तक बंद कमरे की तन्हाई में रही मासूम, बाहर निकलते ही पिता से लिपटी छात्रा

UPT | कक्षा एक की छह वर्षीय छात्रा प्राइमरी स्कूल के कमरे में बंद।

Aug 18, 2024 15:37

ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी पर पहुंची थाना प्रभारी इंदु कुमारी व एबीएसए ने लोगों को शांत करने किया। ग्रामीण बीएसए को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।

Short Highlights
  • बहसूमा क्षेत्र के गांव अकबरपुर सादात का मामला 
  • बीएसए ने घटना का लिया संज्ञान बैठा दी जांच 
  • बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को तत्काल प्रभाव से किया ​निलंबित  
Meerut News : ग्रामीणों ने कक्षा एक की छात्रा से खिड़की खोलने की बात कही तो बच्ची ने मुश्किल से खिड़की खोली। जिसके बाद बच्ची को राहत मिली। घटना की जानकारी बीएसए आशा चौधरी को दी गई तो उन्होंने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया। 

ग्रामीणों को छात्रा के रोने की आवाज सुनकर
मेरठ के कस्बा बहसूमा क्षेत्र के अकबरपुर सादात गांव के प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कक्षा एक की छात्रा नैना (छह वर्ष) को कमरे में बंद कर चली गई। छात्रा नैना ढाई घंटे तक बंद कमरे में तन्हाई झेलती रही। गनीमत रही स्कूल परिसर से सटे मंदिर परिसर में रामायण का पाठ सुनकर लौट रहे ग्रामीणों को छात्रा के रोने की आवाज सुनकर उसके बंद कमरे में होने का पता चला। 

बच्ची से किसी तरह से खिड़की खुलवाकर उसको बाहर निकाला
ग्रामीणों ने बच्ची से किसी तरह से खिड़की खुलवाकर उसको बाहर निकाला। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। जानकारी पर पहुंची थाना प्रभारी इंदु कुमारी व एबीएसए मवाना ने ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। बच्ची को कमरे का ताला खुलवाकर कमरे से बाहर निकाला। बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को तत्काल प्रभाव से निलंबन कर दिया है। 

कमरों का ताला बंद कर चली गई
मवाना एबीएसए त्रिवेंद्र कुमार ने बताया कि गांव अकबरपुर सादात में प्राथमिक विद्यालय नंबर एक मे 150 छात्र पंजीकृत व एक प्रधानाध्यापिका अनीता रानी व तीन अध्यापक एक सहायक अध्यापक तैनात हैं। शनिवार को प्रधान अध्यापिका अनीता रानी विद्यालय की छुट्टी के बाद कमरों का ताला बंद कर चली गई। स्कूल पीछे मंदिर परिसर से रामायण का पाठ सुनकर घरों को लौट रहे ग्रामीणों को कमरे से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। बच्ची के रोने चीखने की आवाज पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। कमरा चारों तरफ से बंद होने के कारण कुछ पता नहीं चला। 

ग्रामीणों ने छात्रा से बाहरी खिड़की खोलने को कहा
ग्रामीणों ने छात्रा से बाहरी खिड़की खोलने को कहा। छात्रा ने जैसे तैसे खिड़की खोल दी। जिससे बच्ची को कुछ राहत महसूस हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने बीएसए आशा चौधरी को पूरे मामले से अवगत करा दिया। ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी पर पहुंची थाना प्रभारी इंदु कुमारी व एबीएसए ने लोगों को शांत करने किया। ग्रामीण बीएसए को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।

ढाई घंटे बाद जब थाना प्रभारी ने सख्ती दिखाते हुए कहा
हंगामा के बाद करीब ढाई घंटे बाद जब थाना प्रभारी ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि पहले छात्रा को बहार निकाला जाएगा। ताला खोलकर बच्ची को बाहर निकलवाया गया। बच्ची सबसे पहले अपने पिता राहुल की गोद में चिपक गई। ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका पर गांव में राजनीति करने का आरोप लगाया। इस लापरवाही पर सस्पेंड करने की कार्रवाई करने की मांग की गई। एबीएसए तिरुवेंद्र कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापिका अनीता रानी को तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्रवाई की संस्कृति बीएसए मेरठ को भेज दी है। 
बीएसए मेरठ आशा चौधरी ने बताया कि प्रधान अध्यापिक अनीता रानी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। कोई भी स्कूल में शिक्षक लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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