Greater Noida : शाहबेरी से क्रॉसिंग रिपब्लिक तक की सड़क होगी चौड़ी, जाम की समस्या को खत्म करने के लिए प्राधिकरण खर्च करेगा 337.55 लाख रुपये

UPT | सड़क होगी चौड़ी।

Jun 16, 2024 02:33

शाहबेरी से क्रॉसिंग रिपब्लिक तक 1200 मीटर लंबी सड़क के दोनों ओर 1.50 मीटर का विस्तार किया जाएगा। साथ ही आरसीसी नालियों का भी निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना की कुल लागत 337.55 लाख रुपये है ...

Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए खुशखबरी है। शहर में स्थित शाहबेरी से क्रॉसिंग रिपब्लिक तक की सड़क चौड़ी होने जा रही है। यह प्राधिकरण का एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जिससे इस क्षेत्र की यातायात जाम की समस्या का समाधान होगा। यह सड़क गांव शाहबेरी से होकर क्रॉसिंग रिपब्लिक तक जाती है और एनएच-24 से जुड़ती है। यहां की घनी आबादी और भारी यातायात के कारण इस सड़क पर अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। अब इस समस्या को हल करने के लिए प्राधिकरण ने ठोस कदम उठाया है।

प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे 337.55 लाख रुपये
शाहबेरी से क्रॉसिंग रिपब्लिक तक 1200 मीटर लंबी सड़क के दोनों ओर 1.50 मीटर का विस्तार किया जाएगा। साथ ही आरसीसी नालियों का भी निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना की कुल लागत 337.55 लाख रुपये है और इसे 10 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य से सेक्टर-4 से शाहबेरी होते हुए क्रॉसिंग रिपब्लिक तक यातायात जाम और मानसून के दौरान जलभराव की समस्याओं का समाधान होगा।

फ्लाईओवर या एलिवेटेड रोड प्रस्तावित
इस मार्ग पर फ्लाईओवर या एलिवेटेड रोड का भी निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) से फीजिबिलिटी रिपोर्ट और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। फ्लाईओवर के निर्माण के बाद इस मार्ग पर यातायात जाम की समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा।

परियोजना का प्रभाव
यह परियोजना ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के यातायात प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और आवागमन को सुगम बनाएगी। इससे न केवल यातायात की समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि क्षेत्र की समग्र संरचना में भी सुधार होगा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों और यात्रियों के लिए यह परियोजना एक बड़ा राहतकारी कदम साबित होगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह कदम इस क्षेत्र के विकास और नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे न केवल यातायात का प्रवाह सुधरेगा बल्कि मानसून के दौरान जलभराव की समस्याएं भी कम होंगी, जिससे इस क्षेत्र में निवास और यात्रा अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित हो जाएगी।

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