जमीन विवाद हिंसक झड़प में बदला: दो पक्षों में जमकर चले लाठी-डंडे, 12 लोग घायल, महिला और बच्ची गंभीर रूप से घायल 

UPT | अस्पताल में भर्ती मारपीट के आरोपी।

Oct 23, 2024 19:26

जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें दोनों पक्षों के बीच लाठी-डंडे चले। इसमें एक पक्ष के 12 लोग घायल हो गए। एक महिला और बच्ची को गंभीर चोटें आई हैं। वहीं, दूसरे पक्ष से भी दो महिलाएं घायल हुई हैं।

mirzapur News : हलिया थाना क्षेत्र के फुलियारी गांव में बुधवार को जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले। इस संघर्ष में एक पक्ष के 12 लोग घायल हो गए, जिनमें एक महिला और एक बच्ची को गंभीर चोटें आई हैं। वहीं, दूसरे पक्ष से भी दो महिलाएं घायल हुई हैं।

पुलिस ने पहुंचकर कराया प्राथमिक उपचार
घटना की सूचना मिलते ही हलिया पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हलिया ले गई। वहां मौजूद चिकित्सकों ने सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया। यह जमीनी विवाद काफी समय से चला आ रहा था और इसी विवाद ने बुधवार को हिंसक रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के पुरुष और महिलाएं एक-दूसरे पर लाठी-डंडों से हमला करने लगे, जिससे कई लोग लहूलुहान हो गए।


पीड़ित ने लगाया पुलिस पर तहरीर बदलने का आरोप
इस घटना में पीड़ित पक्ष के नागेंद्र ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विपक्षी झल्लर बहादुर के खिलाफ हलिया थाने में नामजद तहरीर दी थी। लेकिन, हलिया थाने के प्रभारी वीरेंद्र सिंह ने उनकी तहरीर को बदलकर दूसरी तहरीर जबरन लिखवाई। नागेंद्र का आरोप है कि थाना प्रभारी, विपक्षी पक्ष के साथ मिलकर मामले को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे न्याय मिलने में कठिनाई हो सकती है।

पुराना विवाद बना झगड़े का कारण
जमीनी विवाद की यह घटना लंबे समय से चल रहे तनाव का परिणाम थी। नागेंद्र ने बताया कि विपक्षी झल्लर बहादुर सिंह और उनके परिवार के लोग अक्सर उनके परिवार पर हमला करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि बुधवार को झल्लर बहादुर सिंह ने अपने परिवार के साथ मिलकर उनके घर पर हमला किया, जिससे उनके परिवार के 12 सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

घायलों में 42 वर्षीय फूल कुमारी, 12 वर्षीय रितु, 46 वर्षीय छठी लाल कहार, 45 वर्षीय राम सुंदर, 3 वर्षीय सुषमा, 60 वर्षीय कालीचरन, 6 वर्षीय अमरेश, 30 वर्षीय राधेश्याम, 35 वर्षीय नीता, 25 वर्षीय सविता, 45 वर्षीय उर्मिला, और 45 वर्षीय सोनकली शामिल हैं। वहीं, दूसरे पक्ष से 24 वर्षीय कुसुम और 22 वर्षीय मंजू घायल हुई हैं। सभी घायलों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया, और स्थिति गंभीर होने पर उन्हें आगे की चिकित्सा के लिए रेफर किया जा सकता है।

चिकित्सा अधिकारी का बयान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हलिया के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अवधेश कुमार ने कहा कि सभी घायलों का उपचार किया गया है और उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है। हालांकि, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है और उनकी नियमित निगरानी की जा रही है।

पुलिस ने दर्ज किया मामला
इस मामले में हलिया थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि फुलियारी गांव में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा, "घायलों का उपचार कराया गया है और दोनों पक्षों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।"

ग्रामीणों में रोष, निष्पक्ष जांच की मांग
फुलियारी गांव में इस घटना के बाद ग्रामीणों में रोष है। गांव के लोगों का कहना है कि इस तरह के जमीनी विवादों की वजह से पहले भी हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस द्वारा समय रहते कठोर कदम नहीं उठाए जाने के कारण स्थिति और बिगड़ जाती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

निष्पक्ष समाधान की जरूरत
यह घटना फिर से इस बात पर जोर देती है कि जमीनी विवादों का समय रहते समाधान होना चाहिए। ऐसे मामलों में पंचायतों या स्थानीय प्रशासनिक निकायों की मध्यस्थता से विवाद को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए। अगर ऐसा किया जाता है, तो इससे दोनों पक्षों के बीच शांति स्थापित हो सकती है और ऐसी हिंसक घटनाओं को टाला जा सकता है।

फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों पक्षों की तहरीरों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, घायलों का इलाज जारी है और ग्रामीणों को उम्मीद है कि न्याय की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी। 

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