अखिलेश यादव ने मंगेश यादव के परिवार से की मुलाकात : एनकाउंटर पर उठाए सवाल, कहा- निष्पक्ष जांच होनी चाहिए

UPT | मंगेश यादव के परिवार के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव।

Sep 14, 2024 00:13

समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने इस एनकाउंटर को लेकर गहरा दुख जताया और इसे "तथाकथित" करार दिया।

Lucknow News :  समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर एनकाउंटर में मारे गए मंगेश यादव के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने इस एनकाउंटर को लेकर गहरा दुख जताया और इसे "तथाकथित" करार दिया। मुलाकात के दौरान अखिलेश यादव ने मंगेश के परिवार के साथ उनकी पीड़ा साझा की और कहा कि इस एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

मंगेश यादव के परिवार के आरोप
मंगेश यादव के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मंगेश को 2 सितंबर को हिरासत में लिया था और 5 सितंबर को एनकाउंटर की कहानी बनाई गई। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि यह एनकाउंटर पूरी तरह से फर्जी था और उनके बेटे को पहले ही पकड़ लिया गया था। अखिलेश यादव ने इस मामले को उजागर करते हुए कहा कि इस तरह के एनकाउंटर लोगों के बीच पुलिस और प्रशासन पर भरोसा कम कर रहे हैं।

अखिलेश यादव का भाजपा सरकार पर हमला
अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को लेकर भाजपा सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीति फर्जी एनकाउंटर के माध्यम से जनता को गुमराह करने की है। अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सत्ता का दुरुपयोग कर रही है और पुलिस द्वारा की गई गलतियों को सही ठहराने के लिए झूठी कहानियां गढ़ रही है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "ऐसे एनकाउंटर से जनता का कानून-व्यवस्था पर से विश्वास उठता जा रहा है। भाजपा ने शासन-प्रशासन का नैतिक आधार खो दिया है।

मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर बढ़ते विवाद के बाद जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। सुल्तानपुर के एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने पुष्टि की कि इस एनकाउंटर की जांच उपजिलाधिकारी लंभुआ द्वारा की जाएगी और उन्हें 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। 

इस पूरे मामले ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है, और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस मुद्दे पर हस्तक्षेप ने इसे और अधिक तूल दे दिया है। अब सबकी निगाहें इस जांच पर टिकी हैं कि क्या यह एनकाउंटर सही था या फिर यह वास्तव में फर्जी था। 

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