नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपा त्यागपत्र : गठबंधन टूटने के बाद अमित और नीतीश की पहली मुलाकात, जिसने बदला राजनीतिक परिदृश्य 

UPT | Amit shah and Nitish Kumar

Jan 28, 2024 15:33

रिश्ता वही सोच नयी यह लाइनें बिहार की राजनीति पर एकदम फिट बैठती है। एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल का साथ छोड़कर भाजपा समर्थन कर एनडीए में आ गए हैं

Nitish Kumar Latest News : रिश्ता वही सोच नयी यह लाइनें बिहार की राजनीति पर एकदम फिट बैठती है। एक बार फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रीय जनता दल का साथ छोड़कर भाजपा समर्थन कर एनडीए में आ गए हैं। ऐसे में उनका गठबंधन पार्टनर तो बदला-बदला नजर आएगा, लेकिन मुख्यमंत्री वही रहेंगे। क्योंकि बिहार में इस वक़्त नीतीश का इस्तीफा और नीतीश ही मुख्यमंत्री जैसे हालात हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक, नीतीश कुमार ने आज यानी रविवार (28 जनवरी) सुबह जेडीयू विधायक दल की बैठक बुलाई। इसमें उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया और राजभवन में जाकर इस्तीफा भी सौंप दिया है। बताया जा रहा है, इसके बाद रविवार शाम वह फिर से सीएम पद की शपथ लेंगे। उनके साथ 6 से आठ मंत्री शपथ ले सकते हैं और डिप्टी सीएम की शपथ भाजपा से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा लेंगे। 

डेढ़ महीने पहले ऐसे लिखी गई स्क्रिप्ट
2022 में जब नीतीश कुमार ने दूसरी बार भाजपा को छोड़ा और आरजेडी, कांग्रेस एवं अन्य दलों के समर्थन से सरकार बनाई तो कई मौकों पर उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा था की वह मरना पसंद करेंगे लेकिन भाजपा के साथ जाना नहीं। तो वहीं बीजेपी से भी कई नेताओं ने नीतीश कुमार के लिए अब हमेशा के लिए गेट बंद होने की बात कही, लेकिन मौजूदा राजनीतिक में उथल-पुथल और दल-बदलू जैसे हालात देखकर लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया, जो दोनों ही तरफ से सबकुछ भुला दिया गया और फिर दोनों एक होने वाले हैं। 

गठबंधन टूटने के बाद अमित और नीतीश की पहली मुलाकात 
लेकिन यह इतना मुश्किल भी नहीं है समझना की आखिर नीतीश ने फिर से  उलटफेर क्यों की। इस पूरे खेल को समझने के लिए आपको 50 दिन पीछे जाना होगा। दरअसल, 10 दिसंबर 2023 को अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात एक कार्यक्रम में हुई थी। बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद अमित शाह और नीतीश कुमार की यह पहली मुलाकात थी। 

राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को हटाकर नीतीश कुमार ने खुद पद संभाला 
रिपोर्ट की मानें तो इस मीटिंग के बाद से ही बिहार में राजनीतिक परिदृश्य बदलने लगा। अमित शाह से मिलने के 19 दिन बाद 29 दिसंबर 2023 को नीतीश कुमार ने जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सभा बुलाई। इसमें ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष से हटाकर नीतीश कुमार ने खुद यह पद संभाल लिया।  उनके अध्यक्ष बनते ही नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने की सनसनी राजनीति में चारों ओर फ़ैल गई। अध्यक्ष बदलने के 16 दिन बाद अमित शाह का नीतीश कुमार और जेडीयू को लेकर स्टैंड बदलता है। एक इंटरव्यू में अमित शाह नीतीश कुमार की वापसी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहते हैं कि, जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा। 

 

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