"अपनों से यह कह पाना कि कल से हम यहां नहीं आएंगे। न तो कहने की हिम्मत हो पाती है और ना ही मन होता है। मैं अमिताभ बच्चन, इस दौर के लिए इस मंच से आखिरी बार कहने जा रहा हूं शुभरात्रि।"
Dec 30, 2023 14:53
"अपनों से यह कह पाना कि कल से हम यहां नहीं आएंगे। न तो कहने की हिम्मत हो पाती है और ना ही मन होता है। मैं अमिताभ बच्चन, इस दौर के लिए इस मंच से आखिरी बार कहने जा रहा हूं शुभरात्रि।"