Noida
ऑथर Lekhchand

वर्चुअल किडनैपिंग : हो जाइये सावधान! कहीं हो ना जाएं आप वर्चुअल किडनैपिंग के शिकार

UP Times | virtual kidnapping scam

Dec 15, 2023 12:40

आजकल वर्चुअल किडनैपिंग स्‍कैम के मामले सामने आने लगे हैं। जो किसी भी व्‍यक्ति को बड़ी चालाकी से शिकार बनाते हैं और फिर उसे डरा-धमकाकर रूपये ट्रांसफर करा लेते हैं। जान लीजिए कि यह स्‍कैम आपके अपनों की किडनैपिंग का रचा जाता है। जहां ऑनलाइन किडनैपिंग का खेला होता है और फिर बनाया जाता है आपको शिकार। आखिर कैसे होता है यह स्‍कैम और कैसे बचा जा सकता है, जानिए इसके पीछे का खेल।

Short Highlights
  • वर्चुअल किडनैपिंग
UP Times News : साइबर फ्रॉड के मामले आए दिन सामने आते हैं। जहां पीड़‍ित व्‍यक्ति को लाखों करोड़ों रुपए का चूना लगाया जाता है। यही नहीं स्‍कैमर्स अपना खेल करके निकल भी जाते हैं और पुलिस की पकड़ में भी नहीं आते। यह चौंकाने वाला स्‍कैम आजकल चर्चाओं में है। जिसको जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। इसका नाम है वर्चुअल किडनैपिंग स्‍कैम। आइये जानते हैं आखिर इसके चंगुल में फंसने से आप कैसे बच सकते हैं। 

साइबर ठगी का नायाब तरीका

वर्चुअल किडनैपिंग स्‍कैम का एक मामला दिल्‍ली में सामने आया है। जहां साइबर ठगों ने बड़ी ही चालाकी के साथ वर्चुअल किडनैपिंग के जरिए एक बुजुर्ग को अपना शिकार बनाया। जिसमें साइबर ठगों ने उस बुजुर्ग के किसी अपने को किडनैप करने की बात कही और उसकी बात भी फोन पर करा दी। ऐसे में उस बुजुर्ग का डरना जायज था और उसने डर के मारे ऑनलाइन साइबर ठगों के एकाउंट में पैसा भी ट्रांसफर कर दिया। मामला खुलकर सामने आया तो इसके पीछे की पूरी कहानी स्‍पष्‍ट हो गई। 

क्‍या होता है वर्चुअल किडनैपिंग स्‍कैम

स्‍कैमर्स (ठग) वर्चुअल किडनैपिंग के दौरान उस व्‍यक्ति को कॉल करते हैं, जिसके साथ वो फ्रॉड करने वाले होते हैं। जहां वह पीड़‍ित को बताते हैं, कि उसके किसी अपने का उन्‍होंने किडनैप कर लिया है। जिसमें वह कोई भी हो सकता है, बेटा, बेटी, मां, बाप, भाई या बहन। जिसका नाम लेकर वो पी‍ड़ित को डराते हैं और धमकाते हैं। इसके बाद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस या फिर डीपफेक के जरिए फर्जी वीडियो या ऑडियो वॉयस का डुप्‍लीकेट तैयार करके पीड़‍ित को भेजते हैं। पीड़‍ि‍त को यह यकीन दिला दिया जाता है, कि सच में ही उनके किसी अपने का किडनैप कर लिया गया है। जिसके बाद स्‍कैमर्स पीड़‍ित व्‍यक्ति को बुरी तरह से डरा देते हैं। 

कैसे करते हैं खेल

ऐसे मामलों में अपहरणकर्ता या ठग उस पीड़ित व्‍यक्ति‍ को लगातार डराते और धमकाते रहते हैं ताकि वह आगे की सोच ही ना पाए। आरोपित ठग पीड़‍ित व्‍‍यक्ति को लगातार धमकियों और मांगों की एक श्रृंखला का उपयोग करते हुए उलझाकर रखते हैं। साथ ही यह कॉल करने वाले अक्सर एक छोटी भुगतान समय सीमा निर्धारित करते हैं और पीड़ित को पूरी प्रक्रिया के दौरान जितना संभव हो सके फोन पर व्‍यस्‍त रखने का प्रयास करते हैं, ताकि वे कथित बंधक या अधिकारियों को कॉल न कर सकें। बस इसी समय सीमा के बीच ये ठग अपना खेल करके निकल जाते हैं। 

फिरौती का खेल

पीड़‍ित व्‍यक्ति के डर का ये लोग फायदा उठाते हैं और फिर फिरौती की रकम मांगते हैं। रकम ना देने पर वह जान से मारने की धमकी देते हैं। फिरौती की यह रकम व‍ह किसी नंबर पर या किसी एकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं। एक बार अमाउंट ट्रांसफर होते ही स्‍कैमर्स गायब हो जाते हैं। साथ ही अपने सभी प्रयोग किए गए मोबाइल नंबरों को बंद कर देते हैं। जिनको ट्रेस करना बहुत ही मुश्किल होता है। 

स्‍कैमर्स से कैसे रहें सुरक्षित

वर्चुअल किडनैपिंग स्‍कैम से खुद को सुरक्षित रखने का साधारण सा तरीका है। पहले तो आप घबराएं नहीं और दिमाग से काम लें। किडनैपिंग में जिस व्‍यक्ति ने फोन किया है, उसकी जानकारी जुटाने की कोशिश करें। इस बीच जिस व्‍यक्ति का किडनैप होना बताया जाता है, उससे संपर्क करने का प्रयास कीजिए। साथ ही तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को भी दीजिए, ताकि कॉल्‍स को ट्रेस किया जा सके। वैसे तो यह किडनैपर आपको उलझाकर रखेंगे, लेकिन आपको उस उलझन में नहीं फंसना है। 

इनकमिंग कॉल्‍स का कोड देखिये

ऐसे मामलों में स्‍कैमर्स साइबर कॉल करते हैं, तो आपके पास किसी अन्‍य देश का कोड भी कॉल्‍स में दिख सकता है। अगर ऐसा है, तो समझिये कि आपके साथ फ्रॉड हो रहा है। अगर वो फिरौती की रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहते हैं, तो यहां भी आप सतर्क हो जाइये। कभी भी ऑनलाइन ट्रांसफर मत कीजिए। सतर्कता ही आपको बचा सकती है। यहां सबसे पहली शर्त यही है, कि आप कोई भी काम घबराकर मत कीजिए।  
 

Also Read