खड़गे परिवार का योगी आदित्यनाथ को जवाब : घर निजाम के रजाकारों ने फूंका था लेकिन...

UPT | खड़गे परिवार का योगी आदित्यनाथ को जवाब

Nov 14, 2024 14:03

कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि घर को रजाकरों ने जलाया था, पूरे मुस्लिम समुदाय ने नहीं...

New Delhi : कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि घर को रजाकरों ने जलाया था, पूरे मुस्लिम समुदाय ने नहीं, इस बयान के जरिए उन्होंने आदित्यनाथ के आरोपों का जवाब दिया। दरअसल, हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा था कि खरगे इस घटना पर चुप हैं, क्योंकि उन्हें वोट बैंक की राजनीति से डर है। इसके जवाब में प्रियांक खरगे ने कहा कि यह हमला कुछ विशेष तत्वों द्वारा किया गया था और इसे एक समुदाय से जोड़ना गलत है।

यह भी पढ़ें- खड़गे के बयान पर सीएम का पलटवार : बोले- मैं योगी हूं, देश पहले..., जानिए कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद

प्रियांक ने घर वाले बयान का जिक्र किया
प्रियांक खरगे ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'हां योगी आदित्यनाथ जी 1948 में रजाकरों ने खरगे जी का घर जला दिया था और उनकी मां और बहन की जान ले ली थी। लेकिन वह बच गए और 9 बार विधायक, दो बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा सांसद, केंद्रीय मंत्री, लोकसभा के नेता, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के चुने हुए अध्यक्ष बने। इस घटना के बावूजद उन्होंने इसका इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए नहीं किया, कभी विक्टिम कार्ड नहीं खेला और नफरत को कभी पास नहीं आने दिया।'



'हर समुदाय में बुरे लोग होते हैं'
उन्होंने आगे लिखा, 'रजाकरों ने यह घटना को अंजाम दिया, पूरे मुस्लिम समुदाय ने नहीं। हर समुदाय में बुरे लोग होते हैं, जो गलत काम करते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'तो सीएम साहब मुझे बताए कि आपकी विचारधारा खरगे जी को बराबर का देखने में असफल रही। यह इंसानों में फर्क करती है। क्या इससे आप सभी बुरे हो जाते हैं या वो जो इसे मानते हैं।'
  'नफरत से संविधान को बचाने के लिए'
प्रियांक ने सवाल करते हुए लिखा, 'किसने उन्हें अछूत या दलित का लेबल दिया। भेदभाव करने वाली विचारधारा का होना समुदाय के सभी लोगों को बुरा नहीं बनाता है। बनाता है क्या?' उन्होंने कहा, '82 साल की उम्र में खरगे जी बुद्ध-बासवन्ना-आंबेडकर के मूल्यों के लिए बगैर थके लड़ रहे हैं और आपकी फैलाई हुई नफरत से संविधान को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वह इस जंग को जारी रखेंगे।'

'विचारधारा पर बुलडोजर नहीं चला पाएंगे'
उन्होंने कहा, 'तो योगी जी आप अपनी नफरत को कहीं और ले जाओ। आप उनके सिद्धांतों या उनकी विचारधारा पर बुलडोजर नहीं चला पाएंगे।' कर्नाटक सरकार में मंत्री ने कहा, 'राजनीतिक फायदे के लिए नफरत के बीज बोने के बजाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की 'उपलब्धियों' पर चुनाव जीतने की कोशिश करें।'

जानें क्या था सीएम का बयान
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाराष्ट्र के अचलपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधा। उन्होंने कहा जब भारत अंग्रेजों के अधीन था, तब कांग्रेस का नेतृत्व मुस्लिम लीग के साथ मिलकर चुप था, जिसके कारण मुस्लिम लीग ने हिंदुओं को चुन-चुनकर मारा। इसी हिंसा में मल्लिकार्जुन खड़गे का गांव भी जलाया गया था, जिसमें उनकी मां और परिवार के लोग मारे गए थे। लेकिन खड़गे  इस बारे में कुछ नहीं कहते क्योंकि उन्हें डर है कि अगर उन्होंने यह कहा तो मुस्लिम वोट खिसक सकते हैं। वोटबैंक की राजनीति के चलते वे अपने परिवार के बलिदान को भूल गए।

इस बयान पर भड़के थे सीएम
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और साधुओं को लेकर कहा था कि अब कई साधु राजनीति में शामिल हो गए हैं, जो गेरुआ कपड़े पहनकर समाज में नफरत फैला रहे हैं और लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि ये लोग नफरत फैला रहे हैं और समाज में बंटवारा कर रहे हैं। "बटेंगे तो कटेंगे" जैसे बयान कोई साधू नहीं दे सकता, यह बातें आतंकी कह सकते हैं, न कि कोई साधू। उन्होंने कहा कि नाथ संप्रदाय का कोई साधू ऐसी बातें नहीं कर सकता और कहा कि हम डरने वाले नहीं हैं।

Also Read