Bomb Threat : IndiGo और Akasa के 10 विमानों में बम की धमकी, सुरक्षा व्यवस्था में बढ़ी हलचल

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Oct 19, 2024 13:52

भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं, जब शनिवार को इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के 10 विमानों में बम होने की धमकी मिली।

Delhi News : भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं, जब शनिवार को इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के 10 विमानों में बम होने की धमकी मिली। इस घटना ने एविएशन सेक्टर में हड़कंप मचा दिया है। इनमें से पांच फ्लाइट्स इंडिगो की हैं और पांच अकासा की। इस धमकी के बाद संबंधित सुरक्षा एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं हैं।

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इंडिगो ने बयान में क्या कहा
इंडिगो ने अपनी दो प्रमुख फ्लाइट्स के संदर्भ में स्थिति स्पष्ट की। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वे मुंबई से इस्तांबुल के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट 6E 17 के मामले में पूरी सतर्कता बरत रही हैं। कंपनी ने जोर देकर कहा, "हमारे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक सावधानियां बरत रहे हैं।" दूसरे बयान में, इंडिगो ने दिल्ली से इस्तांबुल के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट 6E 11 का भी जिक्र किया। कंपनी ने फिर से स्पष्ट किया कि यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा के लिए वे सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।

सोमवार से अब तक 70 विमानों में बम की धमकी
गौरतलब है कि इस सप्ताह के दौरान भारतीय विमानन कंपनियों को अब तक लगभग 70 उड़ानों में बम की धमकियां मिली थीं, जो बाद में झूठी साबित हुईं। इन धमकियों के कारण कई उड़ानों का मार्ग परिवर्तित करना पड़ा और उनके समय में भी बदलाव किया गया। 



उपद्रवी यात्रियों की जाएगी पहचान
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नागर विमानन मंत्रालय ने बम की झूठी धमकियों की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है। मंत्रालय ने यह योजना बनाई है कि अपराधियों को ‘नो-फ्लाई’ सूची में डालकर उपद्रवी यात्रियों की पहचान की जाएगी और उन्हें विमान में चढ़ने से प्रतिबंधित किया जाएगा। इस प्रकार की घटनाएं न केवल यात्रियों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं, बल्कि यह विमानन कंपनियों के लिए भी परिचालन में कठिनाई का कारण बन रही हैं। सुरक्षा और जांच प्रक्रियाओं को और अधिक सख्त बनाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है ताकि यात्री सुरक्षित महसूस कर सकें और विमानन सेवाएं सामान्य रूप से संचालित हो सकें।

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