हवा में जहर, यमुना में झाग : दिवाली के बाद बहुत बुरे दिल्ली एनसीआर के हालात, जानिए नोएडा और गाजियाबाद की स्थिति कैसी

UPT | दिवाली के बाद बहुत बुरे दिल्ली एनसीआर के हालात

Nov 05, 2024 15:03

नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब है। दिवाली के पहले से ही यहां की हवा में जहर घुलना शुरू हो गया था। इसके बाद से ही हवा का स्तर बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है

Short Highlights
  • बेहद खराब श्रेणी में एनसीआर की हवा
  • यमुना में चारों ओर जहरीला झाग
  • प्रदूषण से विजिबिलिटी भी हुई कम
New Delhi : नोएडा और गाजियाबाद समेत पूरे दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब है। दिवाली के पहले से ही यहां की हवा में जहर घुलना शुरू हो गया था। इसके बाद से ही हवा का स्तर बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। नोएडा और गाजियाबाद में AQI 300 के ऊपर है। दिल्ली के हालात और भी खराब हैं। यहां कई हिस्सों में AQI 400 के ऊपर बना हुआ है।

यमुना में चारों ओर जहरीला झाग
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी दिल्ली क आनंद विहार में AQI 457 दर्ज किया गया। वहीं जहांगीरपुरी में AQI 440 रहा। इसके अलावा वजीरपुर में 437, पंजाबी बाग में 403, रोहिणी में 397 और अलीपुर में AQI 389 दर्ज किया गया है। यमुना में चारों ओर जहरीले झाग ही नजर आ रहे हैं। छठ से पहले ये दृश्य लगभग हर साल की कहानी बन गया है।



एनसीआर में भी बुरे हैं हालात
दिल्ली की तरह ही एनसीआर के शहरों के हाल भी बुरे हैं। नोएडा का AQI 319 दर्ज किया गया है। वहीं ग्रेटर नोएडा का AQI 305 रहा। गाजियाबाद का AQI 314, हापुड़ का 307, बुलंदशहर का 256, गुरुग्राम का 310, फरीदाबाद का 260, जींद का 289 और मेरठ का 254 दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश के कुछ अन्य शहरों की बात करें, तो प्रयागराज का AQI 123, लखनऊ का 258, गोरखपुर का 215, वाराणसी का 117, वृंदावन का 157 और कानपुर का 203 रहा।

विजिबिलिटी भी हुई कम
राजधानी में प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ने से दृश्यता में भी भारी गिरावट देखी गई। दिन चढ़ते-चढ़ते कई इलाकों में स्मॉग की घनी परत फैल गई, जिससे दूर-दूर तक कुछ भी देखना मुश्किल हो गया। विवेक विहार, आनंद विहार, इंडिया गेट जैसे प्रमुख क्षेत्र प्रभावित हुए, जहां 500 मीटर से अधिक की दूरी पर चीजें धुंधली नजर आने लगीं। हवा में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी के कारण लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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