इस गांव में चार दशकों से बह रही प्रेम की गंगा : आम इंसान से लेकर मंत्री तक ने की लव मैरिज

UPT | Valentine day Special

Feb 14, 2024 12:28

आधुनिक समाज में भी कई ऐसे लोग हैं जो आज भी प्रेम विवाह या प्रेम को किसी जुर्म के तौर पर देखते हैं पर महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक ऐसा गांव है...

Maharashtra News : आधुनिक समाज में भी कई ऐसे लोग हैं जो आज भी प्रेम विवाह या प्रेम को किसी जुर्म के तौर पर देखते हैं पर महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक ऐसा गांव है जहां प्रेम को हर जाति धर्म से आगे माना जाता है। दरअसल यह गांव प्रेम विवाह के लिए जाना जाता है। आपको बता दें कि चंद्रपुर जिले के गोंडपिपरी तहसील के करंजी गांव में पिछले चार दशकों में 200 से ज्यादा प्रेम विवाह हुए हैं। इस गांव में प्रेम विवाह को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार भी इसी गांव के रहने वाले हैं, और उन्होंने भी प्रेम विवाह किया है। यही नहीं यहां के सरपंच और उपसरपंच समेत ग्राम पंचायत के 6 सदस्यों ने प्रेम विवाह किया है।

जानकारी के अनुसार बता दें कि इस गांव में चार दशकों से प्रेम विवाह की परंपरा चली आ रही है। इस गांव में विवाद मुक्त समिति सक्रिय है, जो गांव में किसी तरह का विवाद नहीं होने देती है। इस समिति के माध्यम से जो भी जोड़ा प्रेम विवाह करना चाहता है उसका मार्गदर्शन किया जाता है, परिवार वालों को समझाया जाता है, लड़का और लड़की दोनों की सहमति के बाद गांव के मंदिर या ग्राम पंचायत में विवाह संपन्न किया जाता है।

आपको बता दें कि शुरुआती दौर में इस गांव में भी प्रेम विवाह का जमकर विरोध किया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे वक्त के साथ यह परंपरा बन चुकी है। इस गांव में सभी धर्मों के लोग रहते हैं और ज्यादातर लव मैरिज अंतर्जातीय हुई हैं। गांव में रहने वाले प्रदीप खोब्रागडे ने बताया कि जब वो पढ़ते थे तभी उन्हे पड़ोस में रहने वाली सुरेखा से प्यार हुआ और 1997 में उनकी शादी हो गई। आज उनके दो बेटे हैं और वो अपनी पत्नी के साथ खुशहाल जीवन बिता रहे हैं।

इसके साथ ही ग्राम पंचायत सदस्या जानकी तेलकापल्लीवार ने बताया कि साल 2011 उनका अंतर्जातीय प्रेम विवाह हुआ। वो अपने पति और बच्चों के साथ सुखी से जीवन बिता रही हैं। इसी तरह गांव में एक मूकबधिर जोड़ा भी है, इन्होंने भी प्रेम विवाह किया। वो अपनी भावनाओं और प्यार को इशारों से एक दूसरे को बताते हैं।

विवाह के लिए परिजनों को राजी करती समिति
गांव के टंटा मुक्त समिति के पूर्व अध्यक्ष तुकेष वानोडे ने बताया कि 2007 में महाराष्ट्र सरकार ने टंटा मुक्त समिति बनाई। उस समय वो इस समिति के अध्यक्ष थे और उनके कार्यकाल में सबसे ज्यादा प्रेम विवाह हुए हैं। इस समिति के जरिए जो प्रेमी जोड़े घर से भाग जाते और गलत कदम उठते थे उनका सही मार्गदर्शन कर परिवार वालों को समझाकर शादी के लिए राजी किया जाता है।

वेलेंटाइन डे पर प्रेम का संदेश दे रहा गांव
गांव के समीर निमगड़े ग्रामपंचायत सदस्य हैं उनका भी प्रेम विवाह है। उनके शादी को 10 साल पूरे हुए हैं। अब तक इस गांव में घरेलू हिंसा का एक भी मामला पुलिस में दर्ज नहीं हुआ है। वेलेंटाइन डे के मौके पर ये पूरा गांव समाज को प्यार का अनोखा संदेश दे रहा है।

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