इसी सत्र से हिंदी में डॉक्टरी की पढ़ाई : MBBS का हिंदी पाठ्यक्रम लागू करने की पहल, एमपी के बाद अब ये राज्य कर रहा शुरुआत

UPT | इसी सत्र से हिंदी में डॉक्टरी की पढ़ाई

Jul 04, 2024 13:42

देश में अब तक सिर्फ मध्य प्रदेश में ही हिंदी में एमबीबीएस हो रहा था। लेकिन अब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने जानकारी दी है कि नीट यूजी परीक्षा 2024 में उत्तीर्ण छात्रों को एम्स नई दिल्ली के निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार राज्य के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिया जाएगा।

Short Highlights
  • अभी तक देश में सिर्फ मध्य प्रदेश में ही हिन्दी भाषा में एमबीबीएस की पढ़ाई हो रही थी
  • अब बिहार में भी मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होगी, ऐसा करने वाला वो दूसरा राज्य बन गया
UPT Desk : अगर आप हिंदी मीडियम के छात्र हैं और एमबीबीएस करने का सपना देख रहे हैं तो आपका यह सपना अब बिना किसी बाधा के पूरा हो सकता है। बिहार सरकार हिन्दी में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसे इसी सत्र से लागू किया जाएगा।

इसी सत्र से हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम लागू
अभी तक देश में सिर्फ मध्य प्रदेश में ही हिन्दी भाषा में MBBS की पढ़ाई हो रही थी। लेकिन अब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने जानकारी दी है कि राज्य की मेडिकल कॉलेजों में एम्स नई दिल्ली के निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरूप नीट यूजी परीक्षा 2024 में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के लिए इसी सत्र से हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम लागू कर दिया गया है। अब मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के छात्रों को हिंदी में भी पढ़ाई करने का विकल्प रहेगा। 

हिन्दी मीडियम के मेधावी छात्रों को मिलेगा फायदा
सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी की सिफारिश पर यह निर्णय लिया है कि चिकित्सा शिक्षा को सरल बनाने के लिए हिंदी माध्यम में भी उपलब्ध कराया जाए। इससे न केवल अंग्रेजी में बल्कि हिंदी में पढ़ने वाले छात्रों को भी फायदा होगा। उन्हें भी अब वही विशेषज्ञता प्राप्त करने का मौका मिलेगा जो अंग्रेजी माध्यम में छात्रों को है। इस निर्णय से हिंदी माध्यम के छात्रों की करियर में एक नई दिशा मिलेगी और चिकित्सा क्षेत्र में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

यह मॉडल काफी लाभदायक 
9 सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी की अनुशंसा के आधार पर सरकार ने यह निर्णय लिया है। इस कमेटी के तीन सदस्यों ने बीते दिनों गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल का अध्ययन किया था। कमेटी ने रिपोर्ट पेश की है कि 'लोकली रेलीवेंट एंड ग्लोबली कॉम्पिटेंट' डॉक्टर बनने में यह मॉडल काफी लाभदायक होगा। 

मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य
मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बना जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी भाषा में शुरू कराई गई। इससे पहले भारत के किसी भी राज्य में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी भाषा में नहीं कराई जाती थी।

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