Mukhtar Ansari Death : मुख्तार के साथ जेल में रह लेती थी अफशां अंसारी, आज जनाजे में साथ नहीं 75 हजार की इनामी

UPT | मुख्तार अंसारी और आफशां

Mar 30, 2024 08:22

शहर के ही एक गर्ल्स इंटर कॉलेज में अफशां पढ़ती थी, पीजी कॉलेज से कुछ ही दूरी पर गर्ल्स कॉलेज था। यहां भी दोनों का एक-दूसरे को देखने का सिलसिला बरकरार रहा। हालांकि....

Short Highlights
  • गर्ल्स कॉलेज में पढ़ती थी अफशां
  • साल- 1989 में दोनों ने की थी शादी
Mukhtar Ansari Death : बांदा से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का शव लेकर एम्बुलेंस गाजीपुर के लिए रवाना हो गया है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में शव गाजीपुर ले जाया जा रहा है। 26 गाड़ियों का काफिला 400 किमी के सफर में जा रहा है। काफिले में दो वज्र वाहन और दो एंबुलेंस भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कोखराज हंडिया बाईपास से भदोही में एंट्री होगी। यह काफिला भदोही से वाराणसी होते हुए गाजीपुर पहुंचेगा। काफिले के साथ उमर अंसारी और निकहत अंसारी मौजूद हैं।

कालीबाग के कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक की तैयारी
गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में मुख्तार अंसारी को सुपुर्दे खाक किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। हम्मदाबाद के कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में मुख्तार को दफनाया जाएगा। डीआईजी ओमप्रकाश सिंह और डीएम आर्यका अखौरी ने कब्रिस्तान का जायजा लिया। कालीबाग का कब्रिस्तान मुख्तार अंसारी का पैतृक कब्रिस्तान है। मुख्तार अंसारी को कल यानी शनिवार को सुपुर्दे खाक किया जाएगा। इसकी तैयारी कालीबाग के कब्रिस्तान में किया गया है। पूरी व्यवस्था की निगरानी की जा रही है। मुख्तार के घर गाजीपुर में परिजनों के साथ-साथ समर्थकों की भीड़ लगी है।

जनाजे में शामिल होने की नहीं मिली इजाजत
कासगंज जेल में बंद बेटे अब्बास अंसारी को इलाहाबाद उच्च न्यायालय से भी पिता मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने की इजाजत नहीं मिली। लेकिन इन सबके बीच एक चेहरा अभी भी गुमनाम है। वो चेहरा कोई और नहीं, मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी है। माफिया डॉन की मौत के 20 घंटे बाद भी अभी तक उसका कोई अता-पता नहीं है।

फरार चल रही है अफशां
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी उत्तर प्रदेश पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल है। अफशां पर 31 जनवरी- 2023 को गैंगस्टर एक्ट लगा था, तभी से वह फरार चल रही है। हालांकि पुलिस ने अफशां के ऊपर 75 हजार का इनाम रखा है। पुलिस अफशां की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में छापेमारी कर चुकी है। आरोप है कि साल- 2005 में मुख्तार के जेल जाने के बाद उसके सभी आपराधिक काम अफशां ही संभालती थी।

मुख्तार अंसारी और अफशां की प्रेम कहानी
गाजीपुर के यूसुफपुर में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद माफिया मुख्तार अंसारी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए शहर पहुंचा। उसने गाजीपुर पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) कॉलेज में एडमिशन लिया। कॉलेज के दौरान जब भी उसे मौका मिलत, वह टाउन हॉल के ग्राउंड पर क्रिकेट खेलने पहुंच जाता। वह लंबी कद-काठी का बल्लेबाज था, जिस वजह से वह लंबे छक्के लगाता था। इसी ग्राउंड के पास सैय्यदवाड़ा मोहल्ले में अफशां का घर था। अफशां आते-जाते समय मुख्तार को मैच खेलते हुए देखती थी। मुख्तार भी उसे देखता, लेकिन कभी दोनों में कोई बात नहीं हुई।

गर्ल्स कॉलेज में पढ़ती थी अफशां
शहर के ही एक गर्ल्स इंटर कॉलेज में अफशां पढ़ती थी, पीजी कॉलेज से कुछ ही दूरी पर गर्ल्स कॉलेज था। यहां भी दोनों का एक-दूसरे को देखने का सिलसिला बरकरार रहा। हालांकि कुछ दिनों तक दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। एक दिन मुख्तार ने हिम्मत जुटाई और उसने अफशां से बात की। दोनों को एक-दूसरे में इंट्रेस्ट था, इसलिए दिन-प्रतिदन दोनों एक- दूसरे के करीब होने लगे। दोनों की बातचीत होने लगी और मुलाकातें बढ़ने लगीं। ये मुलाकातें आगे चलकर प्यार में बदल गई। इसके बाद साल- 1989 में दोनों ने शादी कर ली। उनके 2 बच्चे अब्बास अंसारी और उमर अंसारी हैं।

अफशां समेत 5 के खिलाफ मामला दर्ज
साल- 2021 के जून महीने में अधिकारियों ने फर्म और इसके पीछे बाउंड्री को गिराकर कब्जा की गई जमीन को मुक्त कराया। UP पुलिस ने अरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। छापेमारी में रविन्द्र नरायन सिंह और जाकिर हुसैन तो पकड़ा गया। लेकिन अफशां और उसके दो भाई फरार हो गए। अफशां समेत 5 के खिलाफ अपराध संख्या 129/20 में धारा 419, 420, 467, 468, 471 और लोक संपत्ति क्षति अधिनियम के तहत मामला दर्ज है।

अफशां  के खिलाफ वारंट जारी
माफिया मुख्तार की पत्नी अफशां ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। न्यायालय ने अफशां की याचिका खारिज कर दी। इसके बाद लोअर हाईकोर्ट ने अफशां के खिलाफ वारंट जारी कर दिया। जुलाई-2022 में अफशां की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गाजीपुर पहुंची तो अफशां घर से फरार हो गई। इसके बाद से अफशां को धर दबोचने के लिए पुलिस प्रदेश के अलग-अलग ठिकाने पर दबिश दे रही है।

अफशां अंसारी पर 75 हजार का इनाम
न्यायालय में पेश नहीं होने और लगातार मिल रहे नोटिस के बाद भी फरार होने की वजह से 20 अप्रैल को मऊ पुलिस ने अफशां पर 25 हजार रुपए का इनाम रख दिया है। जबकि गाजीपुर में गजल होटल लैंड डील और नंदगंज में सरकारी जमीन पर कब्जा करने के केस में उस पर पहले ही 25 हजार का इनाम घोषित था। 19 अप्रैल को गाजीपुर पुलिस ने इस इनाम की रकम को बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी। इस तरह अफशां को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने कुल 75 हजार रुपए का इनाम रखा है।
 

Also Read