राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 : राष्ट्रपति मुर्मू ने 33 वैज्ञानिकों को सम्मानित किया, लखनऊ के वैज्ञानिक को मिला विज्ञान श्री पुरस्कार

UPT | प्रोफेसर सैयद वजीह अहमद नक़व को राष्ट्रपति मुर्मू ने विज्ञान श्री पुरस्कार से नवाजा।

Aug 22, 2024 14:44

सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई), लखनऊ के प्रोफेसर सैयद वजीह अहमद नक़व को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पृथ्वी विज्ञान में विज्ञान श्री पुरस्कार मिला।

National Science Award 2024 : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार (22 अगस्त) को 33 प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया। ये समारोह राष्ट्रपति भवन में हुआ। बायोकेमिस्ट गोविंदाराजन पद्मनाभन को साइंस के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए विज्ञान रत्न अवॉर्ड दिया गया।

लखनऊ और कानपुर के प्रोफेसर को मिला विज्ञान श्री पुरस्कार
इसके अलावा सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (NBRI), लखनऊ के प्रोफेसर सैयद वजीह अहमद नक़व को पृथ्वी विज्ञान में विज्ञान श्री पुरस्कार मिला। इसी के साथ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-K), कानपुर के प्रोफेसर आदिमूर्ति आदि को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  से गणित और कंप्यूटर विज्ञान में विज्ञान श्री पुरस्कार मिला।  
  भारत की वैज्ञानिक प्रगति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले 33 प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों को राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। यह समारोह देश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को पहचानने और उसका सम्मान करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था।

बायोकेमिस्ट गोविंदाराजन पद्मनाभन को विज्ञान रत्न अवॉर्ड
इस वर्ष के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार, विज्ञान रत्न, से प्रख्यात बायोकेमिस्ट प्रोफेसर गोविंदाराजन पद्मनाभन को सम्मानित किया गया। प्रोफेसर पद्मनाभन ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा जैव रसायन विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी शोध को समर्पित किया है। उनके काम ने न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में जैव प्रौद्योगिकी और चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विशेष रूप से, उनके मलेरिया के खिलाफ नए दवाओं के विकास पर किए गए शोध ने दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।
 

President Droupadi Murmu presents Vigyan Ratna Award to Prof. Govindarajan Padmanabhan for lifetime achievement and contributions in the field of Science and Technology. Prof. Padmanabhan is a pioneer in molecular biology and biotechnology research in India. pic.twitter.com/NyMbP0cFrK

— President of India (@rashtrapatibhvn) August 22, 2024 ISRO की चंद्रयान टीम को विज्ञान टीम अवॉर्ड से नवाजा गया
इसरो (ISRO) की चंद्रयान मिशन टीम को विज्ञान टीम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाले चंद्रयान-3 मिशन में टीम के असाधारण प्रयासों और सफलता के लिए दिया गया। इस उपलब्धि ने न केवल भारत को अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया, बल्कि पूरे देश में वैज्ञानिक उत्साह और गौरव की भावना जगाई।

18 युवा वैज्ञानिकों को मिले अवॉर्ड
33 पुरस्कार विजेताओं की सूची में युवा वैज्ञानिकों के लिए 18 'विज्ञान युवा शांति स्वरूप भटनागर' पुरस्कार और 13 'विज्ञान श्री' पुरस्कार शामिल हैं। 'विज्ञान रत्न' विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आजीवन उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया, जबकि 'विज्ञान श्री' विशिष्ट योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया।

भारत को वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका
इन पुरस्कारों का उद्देश्य न केवल वैज्ञानिकों के योगदान को मान्यता देना है, बल्कि युवा पीढ़ी को विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करना भी है। समारोह में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, "हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा और समर्पण भारत को एक वैश्विक नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।"

यह सम्मान भारत के सभी वैज्ञानिकों के लिए- प्रोफेसर पद्मनाभन 
इस अवसर पर, कई पुरस्कार विजेताओं ने अपने शोध और भविष्य की योजनाओं के बारे में बात की। प्रोफेसर पद्मनाभन ने कहा, "यह सम्मान न केवल मेरे लिए, बल्कि भारत के सभी वैज्ञानिकों के लिए है जो निरंतर नए ज्ञान की खोज में लगे हुए हैं।" उन्होंने युवा वैज्ञानिकों से अपने सपनों को पीछे न छोड़ने और देश के विकास में योगदान देने का आग्रह किया।

बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए तत्पर 
इसरो की चंद्रयान टीम के प्रतिनिधि ने कहा, "यह पुरस्कार हमें और अधिक चुनौतीपूर्ण मिशनों के लिए प्रेरित करता है। हम भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए तत्पर हैं।"
समारोह के अंत में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव ने घोषणा की कि सरकार देश भर में वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए नए कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि भारत वैश्विक विज्ञान और प्रौद्योगिकी का नेतृत्व करे, और ये पुरस्कार विजेता हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।"

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