महिला दिवस विशेष : राजनीति की महिला महारथी रीता बहुगुणा जोशी, जानिए कैसे बीजेपी की बड़ी नेता मे शामिल हुआ नाम

UPT | रीता बहुगुणा जोशी

Mar 08, 2024 14:30

आज की महिलाएं लोगों के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। वह अपने दम पर सफल मुकाम हासिल कर रही है। कुछ ऐसा ही सफर रीता बहुगुणा जोशी का हैं...यूपी बीजेपी की बड़ी नेता..

New Delhi News : आज की महिलाएं लोगों के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। वह अपने दम पर सफल मुकाम हासिल कर रही है। कुछ ऐसा ही सफर रीता बहुगुणा जोशी का हैं...यूपी बीजेपी की बड़ी नेता और कैबिनेट मंत्री के रूप में रीता बहुगुणा जोशी ने अपना मुकाम बनाया हैं। वही बता दें कि ज्वाइन करने से पहले वह यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। रीता ने कांग्रेस में अपने 24 साल बिताए हैं लेकिन मतभेदों के बाद उन्होंने 20 अक्टूबर 2016 को बीजेपी ज्वाइन कर ली। विधानसभा चुनावों में रीता ने अपर्णा यादव को हराया था। उनकी ब्राह्मण वोटों पर अच्छी पकड़ मानी जाती है।

उत्तराखंड में हुआ जन्म और इलाहाबाद में पढ़ाई
डॉ. रीता बहुगुणा जोशी का जन्म 22 जुलाई, 1949 को उत्तराखंड में हुआ था। रीता के पिता हेमवंती नंदन बहुगुणा और मां कमला बहुगुणा थीं। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा उत्तराखंड से की। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इतिहास में पढ़ाई की। उसके बाद उन्‍होंने वहीं से एमए और पीएचडी पढ़ाई की और बाद में मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास में प्रोफेसर के रूप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़ गई।

कैसे शुरू हुआ सियासी सफर 
आपको बता दें कि रीता का जन्म एक राजनीतिक परिवार में हुआ था। उनके पिता कांग्रेस के बड़े नेता थे और यूपी के सीएम भी रहे। वहीं उनकी मां भी सांसद रहीं। इसलिए रीता पर बचपन से ही राजनीति का प्रभाव रहा। हालांकि रीता पढ़ाई में शुरू से ही अच्छी थीं इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह 1995 से 2000 तक इलाहाबाद की मेयर भी रहीं। 2003 से 2007 तक वह ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं। इसके बाद वह नेशनल काउंसिल ऑफ वूमेन की वाइस प्रेसीडेंट बनीं। 2007 से 2012 तक उन्हें यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद ही 2012 में वह लखनऊ कैंट से विधायक चुनी गईं। 2014 में उन्होंने लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी ने उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से प्रत्याशी बनाया, जिसमें वह जीतीं और प्रदेश सरकार में उन्हें पर्यटन, महिला विकास और बाल विकास जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय मिला।

विवादों से गहरा नाता
बता दें कि रीता बहुगुणा जोशी का हमेशा से ही विवादों का नाता रहा है। 16 जुलाई 2009 को उन्हें यूपी की पूर्व सीएम मायावती पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद में उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में मुरादाबाद जेल भेजा गया था। 2011 में भट्टा पारसौल में विरोध स्वरूप उन्होंने राहुल गांधी के साथ गिरफ्तारी दी थी। 

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