रोबोट ने कर ली आत्महत्या : काम का दबाव नहीं झेल पाने से था परेशान, दुनिया का पहला मामला

UPT | रोबोट ने कर ली आत्महत्या

Jul 04, 2024 21:31

रोबोट को जितना इनपुट दिया जाता है, वह उसी आधार पर अपना काम करता है। लेकिन अब रोबोट भी आत्महत्या करने लगे हैं और वह भी मानसिक तनाव में। ये मामला दक्षिण कोरिया का है।

Short Highlights
  • रोबोट ने कर ली आत्महत्या
  • काम का दबाव नहीं झेल पाने से था परेशान
  • नगर पालिका के कामों में करता था मदद
New Delhi : आपने तनाव से ग्रस्त इंसानों के आत्महत्या की खबरें तो अखबारों में जरूर पढ़ी होंगी। लेकिन क्या कभी आपने सोचा था कि रोबोट भी आत्महत्या कर सकते हैं? वो रोबोट जिसे इंसानों ने बनाया, जिसके अंदर न तो इंसानों की तरह हाड़-मांस होता है, न ही भावनाएं। रोबोट को जितना इनपुट दिया जाता है, वह उसी आधार पर अपना काम करता है। लेकिन अब रोबोट भी आत्महत्या करने लगे हैं और वह भी मानसिक तनाव में। ये मामला दक्षिण कोरिया का है।

नगर पालिका के कामों में करता था मदद
दरअसल दक्षिण कोरिया में एक शहर है गुमी। यह साउथ कोरिया का सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला शहर है। यहां नगरपालिका के कार्यों में एक रोबोट मदद करता था। इसका नाम साइबॉर्ग था। इस रोबोट में इस तरह से डिजाइन किया गया था कि वह नगर पालिका के कामों के साथ-साथ लिफ्ट बुलाने, एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक जाने में सक्षम था। कैलिफोर्निया में बियर रोबोटिक्स द्वारा विकसित ये रोबोट सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और इसका अपना पब्लिक सर्विस कार्ड भी था।

आखिर रोबोट ने क्यों दे दी जान?
जानकारी के मुताबिक एक रोबोट रोबोट सीढ़ियों के नीचे डेड (निष्क्रिय) अवस्था में पाया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गिरने से पहले रोबोट इधर-उधर घूम रहा था। ऐसा लग रहा था कि वह किसी परेशानी में है। माना जा रहा है कि रोबोट काम के कारण मानसिक तनाव में था। अब रोबोट को बनाने वाली कंपनी इसका विश्लेषण करेगी। घटना की परिस्थितियों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

साउथ कोरिया में सबसे अधिक रोबोट
आपको बता दें कि तकनीक के मामले में साउथ कोरिया दुनिया के शीर्ष देशों में शुमार है। दुनिया के सबसे अधिक रोबोट इसी देश में हैं। कहते हैं कि साउथ कोरिया में दस लोगों का काम एक रोबोट कर देता है। नगरपालिका में काम करने वाला ये रोबोट भी हर रोज 9 घंटे की शिफ्ट करता था। नगरपालिका के अधिकारियों को कहना है कि साइबॉर्ग काफी मेहनती था। एक रोबोट की आत्महत्या के बाद गुमी सिटी काउंसिल किसी दूसरे रोबोट को लाने के लिए फिलहाल तैयार नहीं है।

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