कल से बदल जाएंगे यूपीआई के नियम : अगर आप भी करते हैं इस्तेमाल, तो इस अपडेट के बारे में जरूर जानें

UPT | कल से बदल जाएंगे यूपीआई के नियम

Sep 15, 2024 21:27

यूनिफाइड पेमेन्ट इंटरफेस (UPI) के माध्यम से टैक्स पेमेंट करने की सीमा अब 5 लाख रुपये तक बढ़ा दी गई है। यह बदलाव नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा 24 अगस्त 2024 को जारी सर्कुलर के अनुसार किया गया है।

Short Highlights
  • कल से बदल जाएंगे यूपीआई के नियम
  • 5 लाख के टैक्स पेमेंट की सीमा
  • 15 सिंतबर तक मिली थी मोहलत
New Delhi : यूनिफाइड पेमेन्ट इंटरफेस (UPI) के माध्यम से टैक्स पेमेंट करने की सीमा अब 5 लाख रुपये तक बढ़ा दी गई है। यह बदलाव नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा 24 अगस्त 2024 को जारी सर्कुलर के अनुसार किया गया है। पहले UPI के माध्यम से टैक्स पेमेंट की सीमा काफी कम थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे लाखों टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत मिलेगी। इस नए बदलाव से UPI का उपयोग करके बड़े लेन-देन को करना आसान हो जाएगा और टैक्स भुगतान की प्रक्रिया को अधिक सुगम बनाया जाएगा।

कल से लागू हो जाएगा नियम
NPCI ने बैंकों, पेमेंट्स सर्विस प्रोवाइडर्स और UPI ऐप्स को निर्देश दिया है कि वे सत्यापित व्यापारियों की एमसीसी 9311 कैटेगरी के लिए लेन-देन की सीमा बढ़ाएं। इस निर्देश के तहत, 15 सितंबर 2024 तक नई सीमा को लागू करने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसका मतलब है कि 16 सितंबर से टैक्स पेमेंट के लिए UPI का उपयोग करके 5 लाख रुपये तक की राशि का भुगतान किया जा सकेगा। इसके अलावा, यह सीमा अन्य विशेष श्रेणियों के लेन-देन के लिए भी लागू होगी, जिनमें अस्पताल और शिक्षा संस्थान शामिल हैं।

पहले नहीं थी 5 लाख की सीमा
इसके साथ ही, UPI के माध्यम से किए जाने वाले अन्य प्रकार के लेन-देन के लिए भी 5 लाख रुपये तक की सीमा लागू होगी। हालांकि, यह सीमा केवल वेरिफाइड मर्चेंट्स के लेन-देन पर ही लागू होगी। यूजर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बैंक और UPI ऐप्स बढ़ी हुई सीमा का समर्थन करते हैं। यह नई लिमिट विशेष रूप से उन सेवाओं के लिए फायदेमंद होगी, जिनमें बड़ी रकम की आवश्यकता होती है, जैसे कि IPOs और RBI की रिटेल डायरेक्ट स्कीम्स।

अलग-अलग बैंकों के अलग नियम
बैंक और UPI ऐप्स की ओर से लेन-देन की सीमा बढ़ाने की जानकारी को लेकर विभिन्न बैंक अलग-अलग नीतियां अपना सकते हैं। उदाहरण के लिए, कुछ बैंक पीयर-टू-पीयर ट्रांजेक्शन के लिए 1 लाख रुपये तक की सीमा देते हैं, जबकि कुछ अन्य बैंक इससे कम या अधिक सीमा निर्धारित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कैपिटल मार्केट, कलेक्शन, इंश्योरेंस, और विदेशी लेन-देन के लिए UPI की लिमिट 2 लाख रुपये तक की हो सकती है। इस प्रकार, UPI ट्रांजेक्शन लिमिट्स उपयोगकर्ताओं के बैंक और ऐप पर निर्भर करेंगी।

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