UPSC और SSC सहित इन एग्जाम में पारदर्शिता लाने के लिए बड़ा कदम : अब आधार आधारित प्रमाणीकरण से होगी भर्ती, जानिए इसके फायदें

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Sep 21, 2024 16:18

प्रतियोगी परीक्षाओं में धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण की पहल शुरू की गई है। इस पहल के तहत केंद्र ने कई भर्ती निकायों को आधार आधारित सत्यापन का उपयोग...

New Delhi News : प्रतियोगी परीक्षाओं में धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण की पहल शुरू की गई है। इस पहल के तहत केंद्र ने कई भर्ती निकायों को आधार आधारित सत्यापन का उपयोग करने की अनुमति दी है। हाल ही में आरपीएससी को भी अपनी परीक्षाओं में उम्मीदवारों की पहचान सत्यापित करने के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण का उपयोग करने की अनुमति दी गई है।

आरपीएससी आधार प्रमाणीकरण
राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने फर्जी अभ्यर्थियों और डमी कैंडिडेट्स की समस्याओं को रोकने के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण को मंजूरी दे दी है। अब आयोग को भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से आधार कार्ड के माध्यम से अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक सत्यापन करने की अनुमति मिल गई है। इस नए व्यवस्था के तहत भर्ती प्रक्रिया के विभिन्न चरणों—जैसे लिखित परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन, काउंसलिंग और साक्षात्कार में अभ्यर्थियों की पहचान को सही तरीके से सत्यापित किया जा सकेगा। पिछले समय में सामने आए डमी अभ्यर्थियों के मामलों को ध्यान में रखते हुए आधार बायोमैट्रिक सत्यापन आरपीएससी की कार्यप्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।


एसएससी में आधार प्रमाणीकरण
केंद्र सरकार ने 12 सितंबर 2024 को कर्मचारी चयन आयोग (SSC) के लिए आधार आधारित प्रमाणीकरण की अनुमति दी। यह प्रमाणीकरण पंजीकरण के समय और विभिन्न परीक्षाओं तथा भर्ती के चरणों में स्वैच्छिक रूप से किया जाएगा। कार्मिक मंत्रालय ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की, जिसमें बताया गया कि SSC को "वन टाइम रजिस्ट्रेशन" पोर्टल पर उम्मीदवारों की पहचान के लिए आधार प्रमाणीकरण की अनुमति है।

आरआरबी आधार प्रमाणीकरण
अगस्त के अंत में रेलवे भर्ती बोर्ड ने उम्मीदवारों को सूचित किया कि आरआरबी में किसी भी पद के लिए आवेदन करते समय उन्हें अपनी पहचान आधार सत्यापन के माध्यम से प्रमाणित करना होगा। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि वह आधार विवरण को किसी तीसरी पार्टी के साथ न तो सहेजेगा और न ही साझा करेगा। इसके अलावा आधार जानकारी का उपयोग केवल संबंधित सीईएन के उद्देश्यों के लिए ही किया जाएगा।

यूपीएससी में आधार आधारित प्रमाणीकरण
28 अगस्त 2024 को केंद्र सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के लिए आधार-आधारित प्रमाणीकरण की अनुमति दी। यह पहल पंजीकरण, परीक्षाओं और भर्ती के विभिन्न चरणों में अभ्यर्थियों की पहचान को स्वैच्छिक रूप से सत्यापित करने के लिए की गई है। यह कदम पूजा खेड़कर मामले के बाद उठाया गया। जिसके माध्यम से फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यूपीएससी ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

जानिए बायोमेट्रिक प्रक्रिया
आधार कार्ड सभी भारतीयों को एक अद्वितीय पहचान संख्या प्रदान करने के लिए बनाया गया है। जिसका उद्देश्य पहचान छिपाकर धोखाधड़ी को रोकना है। आधार धारक की पहचान को सत्यापित करने के लिए यूआईडीएआई एक ऑनलाइन बायोमैट्रिक (जैसे फिंगरप्रिंट, चेहरे की पहचान, और आईरिस स्कैन) सत्यापन सुविधा उपलब्ध कराता है। आधार द्वारा बायोमैट्रिक सत्यापन का मतलब है कि 12 अंकों की आधार संख्या को बायोमैट्रिक्स और अन्य विशेषताओं के साथ केंद्रीय पहचान डेटा रिपॉजिटरी में प्रस्तुत किया जाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से अभ्यर्थियों की पहचान विश्वसनीय रूप से की जा सकती है और यह दस्तावेजों के आधार पर मैन्युअल सत्यापन की तुलना में काफी तेज़ होती है। आधार सरकारी मान्य दस्तावेजों में से एक है।

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