बुलडोजर से घर की बाउंड्री तोड़ने का आरोप : पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, दो आरोपियों को गिरफ्तार किया

UPT | अभिषेक त्रिपाठी और रईस चंद्र शुक्ला।

Sep 08, 2024 00:30

प्रयागराज में एक नेता की ओर से बुलडोजर से एक घर की बाउंड्री वॉल गिराने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।

Prayagraj News : प्रयागराज में एक बीजेपी नेता की ओर से बुलडोजर से एक घर की बाउंड्री वॉल गिराने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने बीजेपी नेता रईस चंद्र शुक्ला और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यह घटना यमुनानगर के घूरपुर थाना क्षेत्र के चकपूरे कला गांव में हुई। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, बीजेपी नेता रईस चंद्र शुक्ला ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह और उनका बेटा घटना के समय शहर में मौजूद नहीं थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पीड़ित पक्ष पर उनका 1 करोड़ 68 लाख रुपये बकाया है, जिसे लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा है।

जान से मारने की धमकी देकर मारपीट का आरोप 
घटना प्रयागराज के घूरपुर थाना क्षेत्र की है, जहां अभिषेक त्रिपाठी नामक व्यक्ति ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि बीजेपी नेता रईस चंद्र शुक्ला और उनके साथ के लोगों ने बुलडोजर से उनके मकान की बाउंड्री वॉल तोड़ दी। जब अभिषेक ने इसका विरोध किया, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और मारपीट भी की गई। अभिषेक ने यह भी दावा किया कि 1 और 2 सितंबर को उन्हें पहले भी धमकाया गया था। लेकिन 5 सितंबर को रईस चंद्र शुक्ला, उनके बेटे और अज्ञात लोगों ने बुलडोजर के जरिए उनके मकान की बाउंड्री और अन्य निर्माण ढहा दिया।

आरोपी नेता का पक्ष
रईस चंद्र शुक्ला ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ यह साजिश रची गई है और वे उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगे। शुक्ला ने दावा किया कि अभिषेक त्रिपाठी पर उनका 1 करोड़ 68 लाख रुपये बकाया है, और इसके चलते उन्होंने अभिषेक पर चेक बाउंस का केस भी दर्ज कराया हुआ है। उन्होंने कहा कि यह मामला उनके ऊपर दबाव बनाने के लिए फर्जी तरीके से दर्ज कराया गया है। इसके अलावा, उन्होंने थानेदार की भी शिकायत करने की बात कही।

एफआईआर और गिरफ्तारी
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने रईस चंद्र शुक्ला, अलंकार सिंह, चंद्रसेन सहित 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और जेसीबी मशीन को भी जब्त कर लिया है। डीसीपी यमुनानगर जोन विवेक चंद्र ने बताया कि पीड़ित और आरोपी पक्ष के बीच दो साल पहले जमीन को लेकर एक एग्रीमेंट हुआ था, जिसमें पीड़ित की 10 फीसदी हिस्सेदारी थी, लेकिन यह जमीन अन्य लोगों द्वारा बेच दी गई थी। 

पुलिस की कार्रवाई
डीसीपी ने जानकारी दी कि इस मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने जेसीबी को कब्जे में लेकर आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की विधिक प्रक्रिया भी जारी है। 

Also Read