इविवि के छात्र पढ़ेंगे रतन टाटा की सफलता की कहानी : बिजनेस में उद्योग जगत के दिग्गजों का होगा अध्ययन

UPT | इविवि में पढ़ाई जाएगी रतन टाटा की सफलता की कहानी

Oct 11, 2024 14:31

यह पाठ्यक्रम पिछले शैक्षणिक सत्र 2023-24 में शुरू हुआ, जिसमें उद्योग जगत के कई प्रमुख व्यक्तित्वों का समावेश किया गया है, जैसे जेआरडी टाटा, धीरूभाई अंबानी, अजीम प्रेमजी और नारायण मूर्ति...

Short Highlights
  • रतन टाटा की सफलता की कहानी पढ़ेंगे छात्र
  • यह शैक्षणिक सत्र 2023-24 में शुरू हुआ
  • उद्योग जगत के कई प्रमुख व्यक्तित्वों का समावेश किया गया है
Prayagraj News : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (मोनिरबा) में चलने वाले पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बीबीए-एमबीए पाठ्यक्रम में अब छात्रों को रतन टाटा की सफलता की कहानी पढ़ाई जाएगी। यह पाठ्यक्रम पिछले शैक्षणिक सत्र 2023-24 में शुरू हुआ, जिसमें उद्योग जगत के कई प्रमुख व्यक्तित्वों का समावेश किया गया है, जैसे जेआरडी टाटा, धीरूभाई अंबानी, अजीम प्रेमजी और नारायण मूर्ति। रतन टाटा का नाम अब इस सूची में जुड़ गया है और उनकी एथिकल बिजनेस प्रथाओं का उदाहरण छात्रों के लिए प्रेरणादायक होगा।

पाठ्यक्रम के लिए 40 सीटें निर्धारित
इस संबंध में डॉ. शेफाली आनंद, जो इस पाठ्यक्रम की समन्वयक हैं, ने बताया कि यह कार्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। वर्तमान में, इस पाठ्यक्रम में 40 सीटें निर्धारित की गई हैं और अब दूसरे बैच के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। पाठ्यक्रम में एक महत्वपूर्ण पेपर "ऑर्गनाइजेशनल बिहेवियर" शामिल है, जहां लीडरशिप के विषय में रतन टाटा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है।



एथिकल बिजनेस के सिद्धांतों को किया जाएगा शामिल
इस पाठ्यक्रम में छात्रों को बताया जाता है कि बिजनेस लीडर बनने के लिए क्या आवश्यक गुण होने चाहिए और रतन टाटा जैसे उद्योगपतियों के उदाहरण दिए जाते हैं। डॉ. शेफाली ने यह भी बताया कि भविष्य में पाठ्यक्रम में रतन टाटा के एथिकल बिजनेस से जुड़े सिद्धांतों को शामिल किया जाएगा, जो समाज को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध हुए हैं। उनका मानना है कि व्यवसाय सामाजिक सेवा का एक सशक्त माध्यम हो सकता है।

छात्रों को आगे बढ़ने की मिलती है प्रेरणा
इसके अलावा, डॉ. शेफाली इविवि के इंक्यूबेशन सेंटर की समन्वयक भी हैं, जहां छात्रों को रतन टाटा जैसे सफल उद्यमियों के उदाहरणों के माध्यम से प्रेरित किया जाता है। सेंटर में आयोजित कार्यशालाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से, छात्रों को उनके करियर में आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान की जाती है।

रतन टाटा के निधन से देश में शोक
गौरतलब है कि देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा का बीते बुधवार देर रात मुंबई के क्रेंडी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया, जिससे पूरा देश शोक में डूब गया। रतन टाटा 86 वर्ष के थे। उनकी विदाई ने न केवल औद्योगिक क्षेत्र बल्कि आम जनता को भी गहरे दुख में डाल दिया है। रतन टाटा ने 1991 में टाटा समूह के चेयरमैन का पद ग्रहण किया और अपने परदादा द्वारा स्थापित इस प्रतिष्ठित कंपनी का मार्गदर्शन किया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए और वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाई।

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