केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि ज्ञानवापी की दीवारों में त्रिशूल बना हुआ है। स्वस्तिक के निशान बने हैं। इससे साफ है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाया गया है। मुलायम सिंह जब मुख्यमंत्री थे तो पूजा-पाठ होती थी, लेकिन राजनीतिक कारण से उसे बंद करा दिया गया। अब अदालत ने ज्ञानवापी में पूजा-अर्चना का फैसला दिया है।