Prayagraj News : कम नहीं हो रही माफिया अतीक के करीबियों की दबंगई, युवक को पीटकर अधमरा किया

UPT | अतीक अशरफ की फाइल फोटो और घायल युवक।

Sep 03, 2024 13:58

प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके साम्राज्य को सरकार नेस्तनाबूद कर दिया। पुलिस ने अतीक के गुर्गों पर चुन चुनकर कार्रवाई की। लेकिन, कुछ गली छाप मनबढ़ लोग आज भी अपनी गुंडई और दबंगई से बाज़ नहीं आ रहे...

Short Highlights
  • आरोपी का पिता माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ़ की गाड़ी चलाता था।
  • पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
Prayagraj News : माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के करीबियों ने एक युवक को मार मारकर अधमरा कर दिया। दबंगों ने पहले पीड़ित युवक का अपहरण किया। उसके बाद बेली के कछार में ले जाकर उसका दोनों पैर लाठी डंडे से मारकर तोड़ दिया। इस वक्त पीड़ित युवक का इलाज अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपी का पिता माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ़ की गाड़ी चलाता था।

बाज नहीं आ रहे मनबढ़
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके साम्राज्य को शासन ने नेस्तनाबूद कर दिया। पुलिस ने अतीक के गुर्गों पर चुन चुनकर कार्रवाई की। लेकिन, कुछ गली छाप मनबढ़ लोग आज भी अपनी गुंडई और दबंगई से बाज़ नहीं आ रहे हैं। ताज़ा मामला प्रयागराज के कैंट इलाके के बेली का है। बेली निवासी मोहम्मद हुसैन अपनी बाइक से अशोक नगर गया था। रास्ते मे बेली के ही रंहने वाले सद्दाम, साकिब और शानू ने हुसैन को पिस्टल के बल पर अपनी कार में अगवा कर लिया और उसे बेली के कछार में ले जाकर इतना मारा पीटा कि उसके दोनों पैर की हड्डियां टूट गयीं।

अधमरा कर फेंका
बेहोशी की हालत में पीड़ित युवक को बदमाशों ने उसी कार में ले जाकर हिन्दू हॉस्टल चौराहे पर फेंक दिया। होश आने के बाद पीड़ित युवक ने अपने घर वालों को जानकारी दी।तब परिवार के लोग उसे अस्पताल में भर्ती करा सके। इस मामले में पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर बेली के सद्दाम, शाकिब और शानु सहित एक अज्ञात के खिलाफ गंभीर धराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है, लेकिन तीनों आरोपी अब तक फरार हैं। पीड़ित की FIR के मुताबिक, नामजद सभी आरोपी अतीक के भाई अशरफ के करीबी हैं।

पीड़ित परिवार दहशत में 
प्रयागराज पुलिस ने माफिया बंधुओं के गुर्गों पर चुन चुनकर न केवल कार्रवाई करके जेल में डाला, बल्कि गुर्गों की अवैध सम्पत्तियों पर भी कार्रवाई की। उसके बाद भी गली छाप माफिया के करीबी अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे हैं। आरोपियों के न पकड़े जाने से पीड़ित भी दहशत में हैं।

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