शिक्षक दिवस : महाकुंभ ऑफ एक्सीलेंस में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और नवाचार को किया प्रदर्शित

UPT | शिक्षक दिवस पर यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह बच्चों के मॉडल्स देखते हुए।

Sep 05, 2024 19:46

शिक्षक दिवस पर संगम नगरी में धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित किए गए। शहर के कई स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम हुए। बच्चों ने गुरु की महिमा का वर्णन किया।

Prayagraj News : प्रयागराज में शिक्षक दिवस के अवसर पर संगम नगरी में धूमधाम से कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर शहर के कई स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। फाफामऊ स्थित गुरुकुल मोंटेसरी स्कूल में 'महाकुंभ ऑफ एक्सीलेंस इनोवेशन एंड क्रिएटिविटी फेयर' का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और नवाचार को प्रदर्शित किया। इस शैक्षिक मेले का शुभारंभ उत्तर प्रदेश बोर्ड के सचिव भगवती सिंह और गुरुकुल मोंटेसरी स्कूल के संस्थापक, पूर्व डीआईजी कृपाशंकर सिंह द्वारा किया गया।

महाकुंभ में बच्चों की रचनात्मकता की झलक
इस विशेष आयोजन में छात्रों ने एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक और क्रिएटिव मॉडल प्रस्तुत किए। इन मॉडलों में ग्रामीण भारत से लेकर आधुनिक भारत की झलक देखने को मिली। बच्चों द्वारा तैयार किए गए इन मॉडलों ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने प्रत्येक स्टॉल का दौरा कर छात्रों से उनके मॉडल्स के बारे में जानकारी ली और उनकी कड़ी मेहनत और नवाचार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह बच्चों की काबिलियत और उनकी सोच को प्रदर्शित करता है, जो शिक्षा की गुणवत्ता को भी उजागर करता है।

शिक्षक और छात्र के संबंधों पर जोर
भगवती सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कुंभ का अर्थ पूर्णता है, और इस मेले में बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए मॉडल उनके ज्ञान और परिश्रम का प्रतीक हैं। उन्होंने गुरुकुल की शिक्षा पद्धति की सराहना करते हुए कहा कि यहां बच्चे अपने शिक्षकों से "करके सीखने" की विधि अपना रहे हैं, जो प्राचीन गुरुकुल प्रणाली की याद दिलाती है। यह पद्धति बच्चों के लिए न केवल शैक्षिक विकास बल्कि व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने में भी सहायक है।

 सचिव भगवती सिंह ने इस अवसर पर शिक्षकों को भी बधाई दी और कहा कि शिक्षक और बच्चों के बीच का संबंध जितना मजबूत होगा, शिक्षा उतनी ही प्रभावी और सार्थक होगी। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडल्स को शिक्षकों के प्रति उनके सम्मान का एक अनूठा तरीका बताया। यह आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों और शिक्षकों के बीच के संबंधों को और भी सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा गया।

शिक्षा और नवाचार की दिशा में सार्थक प्रयास
इस मेले के माध्यम से बच्चों ने अपने विचारों और रचनात्मकता को प्रकट करने का अवसर पाया। यह आयोजन न केवल छात्रों की शैक्षिक क्षमताओं को निखारने का मंच बना, बल्कि शिक्षकों के योगदान और मार्गदर्शन की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया। 

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