प्रयागराज रहेगा नो व्हीकल जोन : मौनी अमावस्या और मुख्य स्नान पर्वों पर यातायात व्यवस्था में बड़ा बदलाव, जानें डिटेल

UPT | ट्रैफिक प्लान की जानकारी देते जिला और मेला पुलिस अधिकारी

Jan 09, 2025 14:59

महाकुंभ 2025 को लेकर जिला प्रशासन और मेला प्रशासन ने वृहद ट्रैफिक प्लान बनाया है। जिसके चलते दूसरे जिलों और प्रदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा नहीं उठानी पड़ेगी।

Prayagraj News : संगम नगरी प्रयागराज में 4 दिन बाद से महाकुंभ 2025 की शुरुआत होने वाली ऐसे में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए मेला प्रशासन और जिला प्रशासन ने प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में यातायात प्रतिबंधों की विस्तृत योजना तैयार की है। खासकर मौनी अमावस्या और अन्य मुख्य स्नान पर्वों पर शहर में वाहनों के संचालन को सीमित किया जाएगा। उनके लिए हर रूट पर पार्किंग स्पेश बनाए गए है। जहां यात्रियों को अपना वाहन छोड़ कर मेले में आना होगा।

मौनी अमावस्या और मुख्य स्नान पर्वों पर नो व्हीकल जोन
मौनी अमावस्या: 5 दिन (दो दिन पहले, मुख्य दिन, और दो दिन बाद) नो व्हीकल जोन रहेगा। इसके साथ ही अन्य मुख्य स्नान पर्व पर 3 दिन (एक दिन पहले, मुख्य दिन, और एक दिन बाद) यह व्यवस्था लागू रहेगी। पूरे मेला क्षेत्र में चारपहिया वाहनों पर प्रतिबंधित रहेंगे। दोपहिया वाहन केवल चिह्नित मार्गों पर चलने की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं के वाहन केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों तक ही जा सकेंगे।

यातायात योजना और डायवर्जन प्लान
मेला अवधि में सीमावर्ती जिलों (कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, चित्रकूट, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, रायबरेली, रीवा, सतना) में भी यातायात डायवर्जन प्लान लागू किया जाएगा। शटल बसें, सीएनजी ऑटो और ई-रिक्शा से श्रद्धालु सामान्य दिनों में शहर और मेला क्षेत्र के बीच आवागमन कर सकेंगे। रेल, बस, और निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग मार्ग तय किए गए हैं।

मुख्य स्नान पर्वों पर रोडवेज बसों की व्यवस्था
स्नान पर्वों के दौरान शहर में रोडवेज बसों की नो एंट्री रहेगी। भीड़ अधिक होने पर सामान्य दिनों में भी यह व्यवस्था लागू की जा सकती है।रोडवेज बसें शहर के बाहर बनाए गए 7 अस्थायी बस अड्डों से संचालित होंगी इनमें। झूंसी फूलपुर पर देवरिया, लार, बेल्थरा और संबंधित मार्गों की बसें मिलेंगी। दुर्जनपुर में आपात स्थिति के लिए बसें रिजर्व रखी जाएंगी। सरस्वती द्वार पर गोपीगंज, शाहगंज, वाराणसी, गाजीपुर मार्ग की बसे मिलेंगी। नैनी हाईटेक सिटी से मेजा, करछना, मिर्जापुर, सोनभद्र, रेनूकूट आदि के लिए बसों का संचालन किया जाएगा। लेप्रोसी गौहनिया चौराहे से चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन आदि बसे मिलेंगी। नेहरू पार्क से कौशांबी, फतेहपुर, कानपुर, आगरा, दिल्ली आदि। बेली/बेला कछार से प्रतापगढ़, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, बस्ती आदि बसे यात्रियों के लिए चलाई जाएंगी।

सुविधाओं की व्यवस्था
1700 से अधिक साइनेज लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालु मार्ग और अन्य जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकें।230 स्थानों पर वैरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड (वीएमडीबी): श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करेंगे। 24 पार्किंग स्थल सैटेलाइट टाउन के रूप में विकसित किए गए हैं, जिनमें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी। क्लॉक रूम, वेंडिंग जोन, चिकित्सीय सेवाएं। एलईडी स्क्रीन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, वॉच टॉवर।
 

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