महाकुंभ 2025 का काउंटडाउन शुरू : महिलाओं को सुरक्षा, सुविधा के साथ-साथ मिलेंगे रोजगार के नए मौके, जानिए इस बार क्या है खास

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Jan 10, 2025 15:03

धर्म और आस्था की राजधानी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। महिलाओं के लिए सुरक्षा, सुविधाओं के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी दिए जा रहे है।

Prayagraj News : महाकुंभ मेला 2025 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। इस बार महाकुंभ में महिलाओं के लिए कई नए और विशेष इंतजाम किए गए हैं, जो उनकी यात्रा को न केवल सुरक्षित, बल्कि आरामदायक और सशक्त भी बनाएंगे। महिलाओं के लिए सुरक्षा, सुविधाओं के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी दिए जा रहे है। आइए जानते हैं, इस बार महाकुंभ में महिलाओं के लिए क्या-क्या खास इंतजाम किए गए हैं!  

महिलाओं के लिए सुरक्षा के इंतजाम
धर्म और आस्था की राजधानी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। इस उद्देश्य के तहत महिलाओं के लिए अलग से थाने बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, महिला पुलिस बल की एक विशेष टुकड़ी भी मेला क्षेत्र में तैनात की जाएगी, जो महिलाओं की सहायता करने के लिए तैयार रहेगी। महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए तीन महिला पुलिस थाने और 10 पिंक बूथ स्थापित किए गए हैं। महिला कांस्टेबल स्वेतलाना मौर्य के अनुसार, सभी पुलिसकर्मियों को इस तरह से प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि महाकुंभ के दौरान वे अपनी ड्यूटी को पूरी दक्षता से निभा सकें और महिलाओं को हर तरह की सहायता प्रदान कर सकें।

स्वास्थ्य सेवाओं के विशेष इंतजाम
महाकुंभ 2025 के दौरान बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए उनकी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मेला क्षेत्र के अस्पतालों में तीन शिफ्टों में 48 महिला चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगी। इसके साथ ही 24 घंटे तैनात गायनेकोलॉजिस्ट भी श्रद्धालुओं की चिकित्सा देखभाल करेंगे। सेंट्रल अस्पताल में लेबर रूम की भी स्थापना की जा रही है, जहां महिला श्रद्धालुओं को किसी भी आपात स्थिति में सहायता मिल सकेगी। एडिशनल डायरेक्टर स्वास्थ्य प्रयागराज, डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि मेला क्षेत्र के अस्पतालों में महिलाओं के लिए 6 गायनेकोलॉजिस्ट और 6 पीडियाट्रिक डॉक्टर शिफ्टवार तैनात किए जाएंगे। इन सभी चिकित्सकों को 24 घंटे सेवा प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा मेला क्षेत्र में 100 बेड का अस्थायी सेंट्रल अस्पताल स्थापित किया जाएगा। जिसमें महिलाओं के लिए 30 रिजर्व रखे जाएंगे।

रोजगार के नए अवसर
महाकुंभ 2025 महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण मंच भी साबित होगा। राज्य आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को मेला क्षेत्र में स्टॉल, कैंटीन, कैफेटेरिया और श्री अन्न काउंटर प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और महाकुंभ की ब्रांडिंग में भी यह योगदान देगा। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हजारों महिलाएं विभिन्न उत्पादों और सेवाओं को पेश करेंगी, जिससे उन्हें आर्थिक समृद्धि का एक अनूठा अवसर मिलेगा। महिलाओं के रोजगार के लिए मेला क्षेत्र के प्रत्येक सेक्टर में 10 दुकानें आवंटित करने का प्रस्ताव है और सरस हाट में 40 से अधिक दुकानें महिलाओं को दी जाएंगी। उपायुक्त एनआरएलएम, राजीव कुमार सिंह ने बताया कि महाकुंभ में 5 कैंटीन, 1 कैफेटेरिया और श्री अन्न काउंटर खोलने की योजना बनाई गई है जिसके माध्यम से 5,000 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा। इस पहल से महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण में मदद मिलेगी।

महिलाएं होंगी पिंक टैक्सी की चालक
इन इलेक्ट्रिक वाहनों के ड्राइवर्स को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जाएगा और उनका व्यवहार भी ग्राहकों के प्रति विनम्र और पेशेवर रहेगा। इसके साथ ही, पिंक टैक्सी की सुविधा भी शुरू की जाएगी, जिसमें केवल महिलाएं ड्राइवर होंगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को उन रिक्शा चालकों से छुटकारा दिलाना है, जो मनमाना किराया वसूलते हैं। यह सुविधा 15 दिसंबर से उपलब्ध हो जाएगी और इसके साथ ही महाकुंभ की ग्रीन पहल को भी बढ़ावा मिलेगा। इस कदम से श्रद्धालुओं को न केवल सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव होगा, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी होगा।

स्वच्छ और सुरक्षित शौचालय सुविधाएं
महाकुंभ में महिलाओं के लिए शौचालय की सुविधा एक अहम मुद्दा रहा है, लेकिन इस बार इस मुद्दे पर पूरी तरह ध्यान दिया गया है। महिलाओं के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और पर्याप्त शौचालय बनाए गए हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा को आगे बढ़ा सकें। इन शौचालयों की सफाई और सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी भी ली गई है।  

गंगा आरती में महिलाओं की ऐतिहासिक भागीदारी
महाकुंभ में इस बार गंगा आरती के आयोजन में त्रिवेणी घाट पर महिलाओं को पहली बार पुरुषों के साथ गंगा आरती में भाग लेने का अवसर मिलेगा। जो महिला सशक्तीकरण और धार्मिक समानता की दिशा में एक बड़ा कदम है। महिलाओं की इस भागीदारी से महाकुंभ का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाएगा।  

महिलाओं के लिए सुरक्षित मार्ग और शटल सेवा
महाकुंभ के विशाल क्षेत्र में आवागमन को सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष पथ प्रदर्शक, दिशा सूचक संकेत और महिलाओं के लिए शटल बस सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। महिलाओं के लिए विशेष शटल बस सेवाओं की व्यवस्था की गई है, जो उन्हें मेले के मुख्य क्षेत्रों में सुरक्षित और आरामदायक यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेंगी। ये शटल बसें मुख्य रूप से प्रयागराज रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और संगम क्षेत्र से लेकर प्रमुख घाटों तक चलेंगी। महिलाओं के लिए विशेष मार्ग तय किए गए हैं, जैसे त्रिवेणी घाट, संगम घाट, राम घाट और विपरीत दिशा में अन्य पवित्र स्थल। इन शटल बसों की सेवा पूरे महाकुंभ क्षेत्र में प्रमुख स्थलों तक महिलाओं को लेकर जाएगी।  इसके अलावा शटल बसों के रूट पर महिलाओं के लिए सुरक्षा गार्ड और स्टाफ की तैनाती की जाएगी, ताकि यात्रा के दौरान उन्हें कोई परेशानी न हो। 

महाकुंभ 2025 में महिला आश्रय स्थल
महाकुंभ 2025 के दौरान महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने महिलाओं के लिए विशेष आश्रय स्थलों की व्यवस्था की है। इन आश्रय स्थलों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आराम करने के लिए सुरक्षित, आरामदायक और स्वच्छ वातावरण प्रदान करना है, जहां वे अपनी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और आपातकालीन सेवाएं भी प्राप्त कर सकें। महाकुंभ में महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख स्थलों संगम, त्रिवेणी घाट, रेलवे, बस स्टेशन, रामघाट और दारागंज घाट पर महिला आश्रय स्थलों का निर्माण किया गया है ताकि श्रद्धालु महिलाओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

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