महाकुंभ 2025 : 120 करोड़ की परियोजनाओं को मिली हरी झंडी, स्वच्छता और सुविधाओं पर जोर

UPT | महाकुंभ 2025

Jul 24, 2024 19:38

प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कारण मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में शीर्ष समिति की दसवीं बैठक आयोजित की गई।

Prayagraj News : प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कारण मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में शीर्ष समिति की दसवीं बैठक आयोजित की गई। बैठक में कुल 120.75 करोड़ रुपये की 30 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। इन परियोजनाओं का उद्देश्य आगामी महाकुंभ को स्वच्छ, हरित और सुविधाजनक बनाना है।

स्वच्छता और सुविधाओं पर जोर
मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि महाकुंभ 2025 को स्वच्छ और हरित बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने मेला क्षेत्र में स्थापित शौचालयों की नियमित सफाई पर जोर दिया और इसकी निगरानी के लिए तीसरे पक्ष से निरीक्षण कराने का सुझाव दिया। गंगा नदी में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने के लिए सभी घरों को सीवर लाइन से जोड़ने का निर्देश दिया गया।


शहर के सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान
शहर के सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए भित्ति चित्र, साइनेज, जंक्शन डिजाइन, सोलर स्ट्रीट लाइट और बागवानी जैसे कार्यों को महाकुंभ से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा पर भी बल दिया, जिसके लिए यातायात व्यवस्था और सुरक्षा योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए।

स्वास्थ्य केंद्रों के जीर्णोद्धार की भी योजना
स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण के साथ-साथ चिकित्सा उपभोग्य सामग्रियों की खरीद की योजना बनाई गई है। मेला क्षेत्र में अस्थायी केंद्रीय अस्पताल, सेक्टर अस्पताल और उप-सेक्टर अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, आसपास के जिलों में स्वास्थ्य केंद्रों के जीर्णोद्धार की भी योजना है।

सड़कों के चौड़ीकरण का भी होगा काम
पर्यटन विभाग द्वारा विदेशी पर्यटकों और वीआईपी अतिथियों के लिए मेला क्षेत्र में 55 प्रीमियम टेंट लगाए जाएंगे। सड़कों के चौड़ीकरण के साथ-साथ गंगा नदी तट तक पहुंच को बेहतर बनाया जाएगा। उद्यान विभाग मेला क्षेत्र और राजकीय पार्कों के सौंदर्यीकरण पर काम करेगा, जिसमें मौसमी फूल और शोभाकार पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा, औद्यानिक तकनीकों और विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।

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