महाकुंभ में लगेगा नेत्र कुंभ : घर के करीब अस्पताल में मरीज करा सकेंगे निशुल्क ऑपरेशन, तैयारियां जोरों पर

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Dec 08, 2024 20:19

महाकुंभ तीर्थराज प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक विशेष पहल की जा रही है...

Prayagraj News : महाकुंभ तीर्थराज प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक विशेष पहल की जा रही है। इस बार 'नेत्र कुंभ' के रूप में एक नेत्र चिकित्सा महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें श्रद्धालुओं के आंखों की जांच की जाएगी और जरूरतमंदों को निशुल्क ऑपरेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी।

यह मिलेंगी सुविधाएं
सेक्टर-6 में स्थित नेत्र कुंभ में एक साथ पांच लाख से अधिक लोगों की आंखों की जांच की जाएगी और तीन लाख चश्मे वितरित किए जाएंगे। यहां आने वाले नेत्र रोगियों को डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन के लिए रेफर किया जाएगा और वे अपने घर के करीब स्थित अस्पताल में मुफ्त ऑपरेशन करा सकेंगे। इसके लिए नेत्र कुंभ की आयोजन कमेटी ने देश भर के 150 अस्पतालों से करार किया है।



ऑपरेशन के लिए रेफरल कार्ड
नेत्र कुंभ के अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिन मरीजों को ऑपरेशन की आवश्यकता होगी। उन्हें डॉक्टर द्वारा एक रेफरल कार्ड दिया जाएगा। यह कार्ड संबंधित अस्पताल को और नेत्र कुंभ की आयोजक संस्था 'सक्षम' के कार्यकर्ताओं को भेजा जाएगा। इससे मरीज अपने स्थानीय अस्पताल में जाकर निशुल्क ऑपरेशन करवा सकेंगे। अनुमानित रूप से नेत्र कुंभ के माध्यम से 50,000 लोगों को ऑपरेशन कार्ड प्रदान किए जाएंगे।

लक्ष्य और रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
महाकुंभ की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता के लिए यह नेत्र कुंभ एक महत्वपूर्ण कदम है। 2019 में आयोजित पहले नेत्र कुंभ में 1.5 लाख लोगों को चश्मा और 3 लाख लोगों की जांच की गई थी, जिसने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान प्राप्त किया था। इस बार आयोजन का उद्देश्य पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर न केवल भारत, बल्कि विश्व स्तर पर भी एक नयी उपलब्धि स्थापित करना है।

डॉक्टर्स की तैनाती और सेवाएं
डॉ. कीर्तिका अग्रवाल ने जानकारी दी कि नेत्र कुम्भ का आयोजन नागवासुकि मंदिर के सामने मेला क्षेत्र में किया जाएगा। 12 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले इस आयोजन में रोजाना लगभग 200 डॉक्टर, ऑप्टोमेट्रिस्ट और अन्य वालंटियर्स नेत्र रोगियों की सेवा में उपस्थित रहेंगे। इसमें प्रतिदिन 40 डॉक्टर्स ओपीडी का हिस्सा बनेंगे। ओपीडी का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा जिसे आवश्यकता अनुसार शाम 4 बजे तक बढ़ाया जा सकता है।

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