नकली नोट छापने वाले मदरसे पर कड़ी कार्रवाई : तीन बैंक खाते सीज, पीडीए ने अवैध निर्माण का मांगा जवाब

UPT | जामिया हबीबिया मदरसा प्रयागराज

Sep 06, 2024 17:03

प्रयागराज में नोट छापने वाले मदरसे पर अब कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मदरसे को सील करने के बाद, अब उसकी फंडिंग की भी जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने मदरसे के तीन बैंक खातों को सीज कर दिया...

Prayagraj News : प्रयागराज में नोट छापने वाले मदरसे पर अब कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मदरसे को सील करने के बाद, अब उसकी फंडिंग की भी जांच शुरू हो गई है। पुलिस ने मदरसे के तीन बैंक खातों को सीज कर दिया है, जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक शामिल हैं। इसके बाद, मदरसे का प्रबंधन इन खातों में जमा रकम का उपयोग नहीं कर सकेगा। पुलिस ने इन खातों से संबंधित विवरण भी मांगे हैं, जिसमें यह जांची जाएगी कि खातों में जमा राशि कब और कहां से आई थी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विदेशों से भी इन खातों में काफी पैसा भेजा जाता था, और मौजूदा समय में एक बैंक खाते में 40 लाख रुपये जमा थे।
अवैध निर्माण के लिए मांगा जवाब दूसरी ओर, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने भी मदरसे पर कार्रवाई की है। पहले, प्राधिकरण ने मदरसे को अवैध निर्माण के आरोप में सील कर दिया, और अब मदरसे के गेट पर एक नोटिस भी चस्पा किया गया है। इस नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि मदरसे को किए गए सभी निर्माणों का नक्शा और संबंधित विवरण 18 तारीख तक प्रस्तुत करना होगा। यदि मदरसे ने अवैध निर्माण के संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं दिया, तो पीडीए मदरसे के सभी निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त करने की कार्रवाई करेगा। हालांकि, मदरसे पर बुलडोजर एक्शन की संभावना अधिक है, क्योंकि किसी भी निर्माण का नक्शा पास नहीं किया गया है। मदरसे को संचालित करने वाली सोसायटी ने पीडीए से लेआउट पास कराए बिना ही नए और पुराने सभी निर्माण करवा लिए थे।
उड़ीसा, बिहार और झारखंड के छात्र पंजीकृत पूरा मदरसा प्रयागराज के एक प्रमुख इलाके में डेढ़ बीघा भूमि पर स्थित है। इसमें एक बड़ा मस्जिद, एक मकबरा और जामिया हबीबिया मदरसा शामिल है। मदरसे में 60 से अधिक कमरों वाला हॉस्टल भी है, जहां बाहर से आए छात्र इस्लामिक शिक्षा प्राप्त करते थे। वर्तमान में मदरसे में 130 छात्र पंजीकृत थे, जो ओडिशा, बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों से थे। मदरसे का परिसर सील होने के कारण आज जुमे की नमाज नहीं हो पाई और कई नमाजी ताला देख कर लौट गए। मदरसे के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि मदरसे में शिक्षा के कामकाज के चलते छात्रों ने बाहरी माहौल से कोई मतलब नहीं रखा और दूसरों से कम संपर्क में रहते थे, इसलिए अंदर क्या हो रहा था इसका पता नहीं चल पाता था।   पुलिस ने की आरोपियों के रिमांड की मांग नकली नोट छापने के मामले में पुलिस ने मदरसे के प्रिंसिपल तफसिरुल अरिफीन, मौलाना जाहिर खान और दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। इन सभी को जेल भेजा गया था और अब पुलिस मदरसे के विदेशी फंड और आरोपियों के किसी कट्टरपंथी संगठन से संभावित संबंधों की जांच कर रही है। प्रयागराज पुलिस ने आरोपियों की रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है, जिस पर शनिवार को फैसला सुनाया जाएगा। रिमांड मिलने के बाद, पुलिस की पूछताछ में आरोपियों से कई महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।

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