यूपी में अनाधिकृत बसों का बोलबाला : लखनऊ और प्रयागराज में सबसे ज्यादा अवैध बसें, वाराणसी में अनफिट स्कूली वाहनों की भरमार

UPT | School Bus

Jul 29, 2024 10:37

राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक 773 अनाधिकृत बसें चल रही हैं, जिनका पंजीयन, फिटनेस प्रमाणपत्र और बीमा समाप्त हो चुका है। इसके बाद प्रयागराज में 723 और वाराणसी में 687 ऐसी बसें...

Short Highlights
  • लखनऊ में सबसे अधिक 773 अनाधिकृत बसें चल रही हैं
  • प्रयागराज में 723 और वाराणसी में 687 अनाधिकृत बसें हैं
  • वाराणसी में 2,223 स्कूली वाहनों में से 914 अनफिट हैं
Prayagraj News : उत्तर प्रदेश के परिवहन विभाग के आंकड़ों ने राज्य की सड़कों पर चल रहे वाहनों की चिंताजनक स्थिति को उजागर किया है। राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक 773 अनाधिकृत बसें चल रही हैं, जिनका पंजीयन, फिटनेस प्रमाणपत्र और बीमा समाप्त हो चुका है। इसके बाद प्रयागराज में 723 और वाराणसी में 687 ऐसी बसें हैं। गाजियाबाद और नोएडा भी इस सूची में शामिल हैं, जहां क्रमशः 630 और 539 अनाधिकृत बसें संचालित हो रही हैं। कुल मिलाकर, राज्य में 13,661 बसें बिना वैध दस्तावेजों के चल रही हैं, जबकि केवल 49,186 बसें नियमानुसार पंजीकृत हैं।

अनफिट स्कूली वाहनों की भारी संख्या
स्कूली वाहनों की स्थिति भी चिंताजनक है। राज्य में कुल 44,790 वैध स्कूली वाहनों के मुकाबले 12,520 अनफिट स्कूली वाहन चल रहे हैं। वाराणसी इस मामले में सबसे आगे है, जहां 2,223 स्कूली वाहनों में से 914 अनफिट हैं। आजमगढ़ दूसरे स्थान पर है, जहां 1,316 वैध वाहनों के साथ 552 अवैध वाहन चल रहे हैं। प्रयागराज में 987 वैध स्कूली वाहनों के मुकाबले 330 अनफिट वाहन सड़कों पर हैं।

कड़ी कार्रवाई का निर्देश
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी जिलों के कमिश्नर, जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (आरटीओ) को पत्र भेजकर इन अनाधिकृत वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। प्रयागराज के सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) राजीव चतुर्वेदी ने बताया कि जिले में इन अवैध वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है और पुलिस प्रशासन के सहयोग से इसे और तेज किया जाएगा।

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