मौलाना मदनी ने एनसीपीसीआर के चेयरमैन प्रियांक कानूनगो की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने तथ्यों से आंखें मूंद ली हैं। उन्होंने कहा कि प्रियांक कानूनगो एक ओर इस्लामी पुस्तकों के पाठ्यक्रम पर आपत्ति जताते हैं, जो कुछ लोगों के लिए सही हो सकता है, लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है।