मीरापुर उपचुनाव-2024 : मीरापुर सीट रालोद के हिस्से में, भाजपा करेगी सहयोग

UPT | मीरापुर उपचुनाव को लेकर भाजपा और रालोद की संयुक्त बैठक

Aug 12, 2024 21:10

लोकसभा चुनाव में मिली दो सीटों में शत प्रतिशत जीत दर्ज करने से उत्साहित रालोद उपचुनाव में दमदार रणनीति के साथ उतरना चाहती है। रालोद पार्टी मीरापुर, खैर और कुंदरकी सीट पर दावेदारी कर रही है।

Short Highlights
  • उपचुनाव को लेकर भाजपा और रालोद की बैठक
  • शुक्रतीर्थ में चल रही भाजपा और रालोद की बैठक
  • रालोद प्रत्याशी लड़ेगा मीरापुर से उपचुनाव  
UP By Election 2024 :  मुजफ्फरनगर जनपद में मीरापुर उपचुनाव को लेकर भाजपा और रालोद की संयुक्त बैठक हो रही है। शुकतीर्थ में चल रही बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, जिले के प्रभारी मंत्री सोमेंद्र तोमर और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया शामिल हो रहे हैं। रालोद और भाजपा कार्यकर्ताओं से उपचुनाव को लेकर चर्चा की जा रही है। अभी तक माना जा रहा है कि सीट रालोद के हिस्से में रहेगी।

रालोद प्रत्याशी को भाजपा लडवाएगी उपचुनाव 
मीरापुर उपचुनाव में भाजपा अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी। मीरापुर विधानसभा सीट रालोद के खाते में जा रही है। सूत्रों की माने तो रालोद मीरापुर उपचुनाव में प्रत्याशी का नाम तय कर चुका है। इसके बारे में भाजपा शीर्ष नेतृत्व और रालोद के बीच सहमति बन गई है। जिसके बाद दोनों दलों ने मीरापुर उपचुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। मीरापुर विधानसभा सीट पहले भी रालोद के पास थी। लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम यूपी की चार विधानसभा सीटें खाली हुई थीं। इन चारों विधानसभा सीटों पर उपचुनावी की बिसात बिछने लगी है। 

चार सीटों में तीन भाजपा गठबंधन के पास
प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्री और संगठन पदाधिकारी इन सीटों पर भाजपा की तैयारियों को परख रहे हैं। चार सीटों में तीन भाजपा गठबंधन के पास हैं। यहां से सिर्फ कुंदरकी सीट पर सपा प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। उपचुनाव में भाजपा की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की तीन सीटों पर दावेदारी है। मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा और रालोद में सहमति बन गई है। लेकिन दो पर पेच फंसा हुआ है। इन दो में खैर और कुंदरकी है। जबकि गाजियाबाद की सदर सीट भाजपा के पास है। इस सीट पर रालोद किसी प्रकार की दावेदारी नहीं कर रहा है। 

लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई थी नौ विधानसभा सीटें
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बाद नौ विधानसभा सीटें खाली हुई हैं। जहां से 2022 में निर्वाचित विधायक अब सांसद बन गए हैं। इनमें चार सीट गाजियाबाद सदर (भाजपा), मीरापुर (रालोद), खैर (भाजपा) और कुंदरकी(सपा) पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। अभी निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव की घोषणा नहीं की है। लेकिन राजनीतिक दल उपचुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं। भाजपा और सपा में प्रत्याशियों ने अपना आवेदन भी किया है। 

रालोद उपचुनाव में दमदार रणनीति के साथ उतरना चाहती है
लोकसभा चुनाव में मिली दो सीटों में शत प्रतिशत जीत दर्ज करने से उत्साहित रालोद उपचुनाव में दमदार रणनीति के साथ उतरना चाहती है। रालोद पार्टी मीरापुर, खैर और कुंदरकी सीट पर दावेदारी कर रही है। रालोद राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने बताया कि रालोद कौन सी सीट पर लड़ेगा कौन सी पर नहीं। यह अभी पूरी तरह से तय नहीं है। रालोद का जोर खुद लड़ने और न लड़ने से अधिक एनडीए की जीत पर है। उन्होंने कहा कि मीरापुर से विधायक चंदन चौहान सांसद बने। उपचुनाव नजदीक आने पर भाजपा के साथ बैठक हो रही है। जिसमें प्रत्याशी उतारने के बारे में मंथन होगा। जो निर्णय होगा उसको सबसे बताया जाएगा।  

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