सहारनपुर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की कार्रवाई : तीन प्रिंसिपल समेत 6 शिक्षकों को भेजा नोटिस, तीन दिन में मांगा जवाब

UPT | सहारनपुर बेसिक शिक्षा भवन

Dec 23, 2024 12:02

सहारनपुर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में चार स्कूलों का निरीक्षण किया, जिसमें शैक्षिक गुणवत्ता में कई खामियां पाई गईं। इन खामियों के चलते विभाग ने चार स्कूलों के तीन प्रिंसिपलों और छह शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है...

Saharanpur News : सहारनपुर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने हाल ही में चार स्कूलों का निरीक्षण किया, जिसमें शैक्षिक गुणवत्ता में कई खामियां पाई गईं। इन खामियों के चलते विभाग ने चार स्कूलों के तीन प्रिंसिपलों और छह शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। विभाग ने इन स्कूलों से तीन कार्य दिवस के भीतर जवाब मांगा है। निरीक्षण में विभाग की टीम ने विद्यालयों की शैक्षिक स्थिति और निपुण विद्यालय के मानकों का आकलन किया था, जिसमें कई महत्वपूर्ण खामियां सामने आईं।

इन स्कूलों का किया गया निरीक्षण
इन स्कूलों में देवबंद क्षेत्र के दो स्कूल और पुंवारका-बलियाखेड़ी क्षेत्र के एक-एक स्कूल शामिल हैं। निरीक्षण टीम ने स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति, ड्रेस कोड और अन्य बुनियादी सुविधाओं का निरीक्षण किया। इन स्कूलों में पाए गए दोषों के कारण संबंधित स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। नोटिस जारी करने वाले स्कूलों में भाऊपुर, रसूलपुर पापडेकी मर्ज, बेलड़ा बुजुर्ग और गुनारसी के स्कूल शामिल हैं।



इन्हें जारी किया गया नोटिस
पुंवारका क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय भाऊपुर की प्रिंसिपल उजमा और सहायक अध्यापक आयशा, बलियाखेड़ी के उच्च प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर पापडेकी मर्ज के सहायक अध्यापक अताउर्रहमान, देवबंद क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बेलड़ा बुजुर्ग के प्रिंसिपल और सहायक अध्यापक और गुनारसी के प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल को नोटिस जारी किए गए हैं। ये सभी अधिकारी और शिक्षक अब विभाग से जवाब देंगे कि उन्होंने इन खामियों को क्यों नजरअंदाज किया।

निरीक्षण के समय स्कूल ड्रेस में नहीं दिखे बच्चे
गौरतलब है कि निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय बेलड़ा बुजुर्ग में विशेष रूप से चिंताजनक स्थिति सामने आई। यहां स्कूल में 70 बच्चों का नामांकन था, लेकिन निरीक्षण के समय कोई भी बच्चा ड्रेस में नहीं दिखाई दिया। टीम ने 39 बच्चों को उपस्थित पाया, लेकिन अन्य बच्चों का स्कूल में आना-जाना कम था। इसके अलावा, कोई भी छात्र सवालों का उत्तर देने में सक्षम नहीं था।

क्या बोली शिक्षा अधिकारी
इन खामियों के चलते, बेसिक शिक्षा अधिकारी कोमल चौधरी ने कहा कि अगर संबंधित स्कूलों द्वारा जवाब नहीं दिया जाता है, तो विभाग आवश्यक कार्रवाई करेगा। यह कार्रवाई शिक्षकों और प्रिंसिपलों के खिलाफ की जाएगी, ताकि शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार हो सके और विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल सके।

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