एयरपोर्ट पर चोरी हुए बच्चे के साथ पकड़ी गई महिला : वाराणसी में पुलिस की सतर्कता से खुलासा, बेंगलुरु ले जाने की कोशिश नाकाम

UPT | वाराणसी एयरपोर्ट।

Aug 23, 2024 22:36

वाराणसी एयरपोर्ट पर एक महिला अपने साथी के साथ चुराए हुए नवजात को लेकर बेंगलुरु जाने की कोशिश कर रही थी। यह घटना तब उजागर हुई जब एयरलाइंस के कर्मचारियों ने महिला की गतिविधियों पर शक होने पर पुलिस को सूचित किया।

Varanasi News : वाराणसी एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया, जब एक महिला अपने साथी के साथ चुराए हुए नवजात बच्चे को लेकर बेंगलुरु जाने की कोशिश कर रही थी। यह घटना तब उजागर हुई जब एयरलाइंस के कर्मचारियों ने महिला की गतिविधियों पर शक होने पर पुलिस को सूचित किया।

एयरलाइंस के कर्मियों को कुछ असामान्य लगा, एयरपोर्ट पर फिर ऐसे हुआ खुलासा 
सूजाबाद पड़ाव की रहने वाली महिला और उसका साथी, जो मिर्जापुर का निवासी है, शाम करीब 6:15 बजे वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचे। दोनों अकासा एयरलाइंस की 7:45 बजे की फ्लाइट से बेंगलुरु जाने वाले थे। जब वे चेक-इन काउंटर पर पहुंचे, तो एयरलाइंस के कर्मियों को कुछ असामान्य लगा। महिला की जल्दबाजी, उसके साथी के साथ जातिगत भिन्नता, और नवजात बच्चे की स्थिति को देखकर कर्मचारियों को शक हुआ कि यह बच्चा महिला का नहीं हो सकता। बच्चा मात्र चार-पांच दिन का था और महिला उसे बोतल से दूध पिला रही थी, जो इस उम्र के बच्चे के लिए असामान्य था। 

पुलिस की त्वरित कार्रवाई 
एयरलाइंस कर्मियों ने तत्काल पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला और उसके साथी से पूछताछ शुरू की। प्रारंभिक जांच में महिला ने स्वीकार किया कि उसने यह बच्चा चंदौली के मुगलसराय स्थित एक निजी अस्पताल से 50 हजार रुपये में खरीदा था। महिला ने बताया कि वह इस बच्चे को मैसूर में रहने वाली अपनी नि:संतान देवरानी को देने जा रही थी।

जांच और आगे की कार्रवाई 
इस मामले में डीसीपी गोमती जोन मनीष कुमार शांडिल्य ने पुष्टि की कि बच्चा महिला का नहीं था। नवजात के जन्म प्रमाण पत्र पर 17 अगस्त, 2024 की तिथि अंकित थी। पुलिस ने तुरंत उस डॉक्टर से संपर्क करने की कोशिश की, जिसका नाम महिला ने बताया था, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद पुलिस महिला, उसके साथी और नवजात को लेकर रात 10:45 बजे उस अस्पताल के लिए रवाना हुई, जहां से बच्चा कथित रूप से खरीदा गया था। 

थाना प्रभारी फूलपुर प्रवीण सिंह ने बताया कि महिला का नाम निधि सिंह है और वह सूजाबाद, पड़ाव के कुष्ठ आश्रम की निवासी है, जबकि उसका साथी अशोक कुमार पटेल मिर्जापुर का निवासी है। पुलिस अब इस मामले में गहन जांच कर रही है और सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर से नवजात बच्चों की तस्करी के गंभीर मुद्दे को उजागर किया है, और पुलिस की सतर्कता से एक मासूम को सुरक्षित बचा लिया गया। 

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