Chandauli News : रोजगार सेवकों ने 10 सूत्रीय मांगों को लेकर दिया धरना, सरकार से मांगा स्थायी समाधान

UPT | जुलूस निकालते रोजगार सेवक

Oct 04, 2024 18:46

मुख्यालय स्थित बिछिया धरनास्थल पर शुक्रवार को ग्राम रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना दिया

Chandauli News : मुख्यालय स्थित बिछिया धरनास्थल पर शुक्रवार को ग्राम रोजगार सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना दिया और सरकार के खिलाफ नगर में जुलूस निकालकर जोरदार नारेबाजी की। इसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर उपजिलाधिकारी न्यायिक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

मासिक वेतन और मानव संसाधन नीति
धरना स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष कन्हैया लाल ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों की समस्याओं को लेकर सरकार को तुरंत ध्यान देना चाहिए। उन्होंने मांग की कि ग्राम पंचायतों में सहायक सचिव और विकास सहायक के पदों का सृजन कर ग्राम रोजगार सेवकों को इन पदों पर समायोजित किया जाए और उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। इसके अलावा उन्होंने सरकार द्वारा लखनऊ में की गई घोषणा का जिक्र करते हुए कहा कि रोजगार सेवकों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए उचित मानव संसाधन नीति (एआर पॉलिसी) का निर्धारण किया जाए, जिसमें हर रोजगार सेवक को 24,000 रुपये प्रतिमाह का वेतन मिलना सुनिश्चित किया जाए।



मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता
कन्हैया लाल ने यह भी कहा कि मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए रोजगार सेवकों को हटाने के लिए ग्राम सभा के दो-तिहाई बहुमत का प्रस्ताव अनिवार्य किया जाए। इसके साथ ही मासिक मानदेय के भुगतान के लिए पृथक बजट की व्यवस्था की जाए, अन्यथा भुगतान सामग्री अंश से किया जाए। उन्होंने मांग की कि रोजगार सेवकों को मनरेगा कार्यों में प्रथम हस्ताक्षरकर्ता के रूप में डोंगल उपलब्ध कराया जाए, जिससे भुगतान प्रक्रिया में तेजी आए। इसके अलावा, रोजगार सेवकों के जॉब कार्ड में अन्य कार्यों को भी जोड़ा जाए और उन्हें विभागीय कर्मी घोषित किया जाए। 

रोजगार सेवकों का एक दिवसीय धरना
रोजगार सेवकों की मांगों में यह भी शामिल था कि उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले एंड्रॉयड मोबाइल फोन दिए जाएं और उसके लिए डेटा रिचार्ज की सुविधा भी दी जाए। साथ ही, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की तरह रोजगार सेवकों को 20 दिन का आकस्मिक अवकाश और 12 दिनों का चिकित्सा अवकाश प्रदान करने का आदेश जारी किया जाए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि ग्राम रोजगार सेवकों का न्याय पंचायत स्तर पर स्थानांतरण किया जाए और मृतक सेवकों के परिवार के आश्रितों को रोजगार प्रदान किया जाए। 

आंदोलन की चेतावनी
धरने में संतोष कुमार पांडेय, रवि प्रकाश पांडेय, राम औतार चौहान, मनोज गुप्ता, भावेश कुमार त्रिपाठी, भोलानाथ, संजीव बंसल, दिनेश गुप्ता, मुकेश कुमार, पवन गुप्ता, आजाद यादव, विनीत श्रीवास्तव, श्याम बिहारी, सावित्री सिंह सहित कई अन्य रोजगार सेवक मौजूद रहे। धरना समाप्ति के दौरान कन्हैया लाल ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो प्रदेश भर में 'मुख्यमंत्री वादा निभाओ' आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।

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