सावन शिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़ : पांच लाख श्रद्धालुओं के दर्शन की उम्मीद, विशेष पूजा और अभिषेक का आयोजन

UPT | Kashi Vishwanath temple

Aug 02, 2024 08:52

आधी रात से ही मंदिर के चारों द्वारों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं, जो भगवान शिव के दर्शन और पूजा के लिए बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस विशेष अवसर...

Short Highlights
  • काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का अपार जनसैलाब उमड़ पड़ा है
  • लगभग पांच लाख भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे
Varanasi News : सावन माह की शिवरात्रि पर वाराणसी स्थित प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का अपार जनसैलाब उमड़ पड़ा है। आधी रात से ही मंदिर के चारों द्वारों पर श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं, जो भगवान शिव के दर्शन और पूजा के लिए बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे। मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस विशेष अवसर पर लगभग पांच लाख भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे।

मंदिर में गूंजा हर-हर महादेव
सुबह के समय, मंदिर में भव्य अभिषेक का आयोजन किया गया। सबसे पहले पंचगव्य से महा-अभिषेक संपन्न हुआ, जिसके बाद बाबा विश्वनाथ का अलौकिक श्रृंगार किया गया। मंगला आरती के दौरान काशीपुराधिपति की विशेष पूजा-अर्चना की गई, जिसके साथ पूरा परिसर "हर हर महादेव" के जयघोष से गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर मंदिर के बाहर अधिकारियों ने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करके उनका स्वागत किया।

बड़ी संख्या में शिवलिंग पर रुद्राभिषेक
मंदिर के महंत श्रीकांत मिश्रा ने शिवलिंग का चंदन से लेपन किया और फूल माला से बाबा का श्रृंगार किया। इसके बाद दुग्धाभिषेक किया गया और फूलों तथा बेल पत्रों से भगवान शिव को सजाया गया। भक्तों ने बड़ी संख्या में शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करवाया, जिसमें मंदिर के पुजारियों और सुरक्षाकर्मियों ने सहायता प्रदान की। सावन के इस विशेष अवसर पर पूरा मंदिर परिसर फूलों से सजाया गया है और दूधिया रोशनी तथा झालरों से जगमगा रहा है।

मंदिर प्रशासन ने की विशेष व्यवस्थाएं
भक्तों की बड़ी संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। ऑनलाइन दर्शन-पूजन और रुद्राभिषेक की सुविधा के साथ-साथ पूरे सावन माह के लिए झांकी दर्शन की व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर में हेल्पडेस्क स्थापित किए गए हैं और प्रसाद, फूल, माला और दूध की व्यवस्था भी की गई है। भक्तों को सुविधा प्रदान करने के लिए, वे मंदिर परिसर के अंदर से ही बाबा को अर्पित करने के लिए दूध, जल और प्रसाद खरीद सकते हैं।

सुरक्षा व्यवस्था मजबूत
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। भक्तों का हुजूम गोदौलिया चौराहे से लेकर चौक-मैदागिन तक फैला हुआ है। वीआईपी और प्रोटोकॉल दर्शन के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। मंदिर प्रशासन ने बताया कि गर्भगृह के पास भक्तों को केवल 2-3 सेकंड का समय दिया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग दर्शन कर सकें।

19 अगस्त को समाप्त होगा सावन माह
बता दें कि सावन माह 22 जुलाई से शुरू हुआ है और 19 अगस्त 2024 को समाप्त होगा। इस दौरान कुल पांच सोमवार पड़ेंगे, जिनमें से तीसरा सोमवार 5 अगस्त को, चौथा 12 अगस्त को और पांचवां तथा अंतिम सोमवार 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस पवित्र माह में काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ बनी रहने की उम्मीद है, जो भगवान शिव के आशीर्वाद और कृपा प्राप्त करने के लिए यहां आते हैं।

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