पूर्वांचल में बाढ़ का कहर : 50 गांवों का संपर्क कटा, सोनभद्र-मिर्जापुर में 8वीं तक के स्कूल बंद, नौ जिलों में जनजीवन प्रभावित

UPT | पूर्वांचल का बाढ़ प्रभावित क्षेत्र।

Sep 18, 2024 01:09

पूर्वांचल के नौ जिलों में बाढ़ और बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। गंगा, गोमती, सरयू, कनहर और कर्मनाशा नदियों में आई बाढ़ से गाजीपुर, मऊ, सोनभद्र और मिर्जापुर सहित कई जिलों में स्थिति गंभीर हो गई है।

Chandauli News : पूर्वांचल के नौ जिलों में बाढ़ और बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। गंगा, गोमती, सरयू, कनहर और कर्मनाशा नदियों में आई बाढ़ से गाजीपुर, मऊ, सोनभद्र और मिर्जापुर सहित कई जिलों में स्थिति गंभीर हो गई है। गाजीपुर और मऊ में 50 से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है, जिससे स्थानीय लोग भारी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। सोनभद्र और मिर्जापुर में प्रशासन ने आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद कर दिए हैं।

सोनभद्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त
सोनभद्र जिले में पिछले 24 घंटे की लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। कई सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। जल का दबाव बढ़ने के कारण रिहंद और ओबरा बांधों के गेट खोलने पड़े। इसी तरह, धंधरौल बांध के 22 गेट और नगवां बांध के नौ फाटक खोले गए, जिससे कर्मनाशा नदी में जलस्तर बढ़ गया है। भारी बारिश के कारण मांची क्षेत्र के 12 गांवों का संपर्क मार्ग बाधित हो गया है। प्रशासन ने एहतियातन सभी स्कूलों को 18 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है। जिले में 260 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य औसत से कहीं अधिक है।

मिर्जापुर और चंदौली में भी हालत गंभीर
मिर्जापुर में गंगा नदी में उफान आने से कई गांवों का संपर्क टूट गया है। यहां भी आठवीं तक के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। चंदौली जिले में भी भारी बारिश से तबाही मची है। पिछले 12 घंटों में 47 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे 18 से अधिक कच्चे मकान ढह गए। नौगढ़-सोनभद्र मार्ग पर पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया और बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

आजमगढ़ और बलिया में बाढ़ से तबाही
आजमगढ़ में घाघरा नदी में आई बाढ़ से 50 गांवों की 75,000 से अधिक आबादी प्रभावित हुई है। प्रशासन ने राहत कार्य के लिए 133 नावों की व्यवस्था की है, जबकि ग्रामीणों ने अपनी सुविधा के लिए 250 अतिरिक्त नावों का संचालन शुरू कर दिया है। बलिया में भी बाढ़ ने जमकर कहर बरपाया है। गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। बाढ़ से जिले के 27 गांवों की 32,000 आबादी और 9,500 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हो गई है।

भदोही और अन्य क्षेत्रों में भी स्थिति चिंताजनक
भदोही जिले में तेज हवा और बारिश से पेड़ गिरने की घटनाएं हुई हैं, जिससे कई गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। चौरी, दुर्गागंज और ज्ञानपुर के करीब 90 गांवों में 10-12 घंटे तक बिजली गुल रही। कोइरौना के इटहरा गांव में एक मकान पर पेड़ गिरने से 70 वर्षीय वृद्धा घायल हो गई।  

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