Ghazipur News : दो सितंबर से चलेगा कुष्ठ रोगी खोजी अभियान, 3749 टीमें खोजेंगी मरीज...

UPT | कुष्ठ रोगी खोजी अभियान के बाबत बैठक करते सीएमओ डॉ. देश दीपक पाल।

Aug 23, 2024 16:59

पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर कुष्ठ रोगी खोजी अभियान दो से 15 सितम्बर तक चलाया जाएगा। इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए चिकित्सा अधिकारियों की बैठक की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय...

Ghazipur News : पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर कुष्ठ रोगी खोजी अभियान दो से 15 सितम्बर तक चलाया जाएगा। इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए चिकित्सा अधिकारियों की बैठक की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में सीएमओ डॉ. देश दीपक पाल की अध्यक्षता में दो दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. रामकुमार और उप जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. मुंशीलाल ने लोगों को प्रशिक्षित किया। 

ये है अभियान का मकसद
जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. रामकुमार ने बताया कि जनपद में 2 से 15 सितंबर तक कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलाया जाना है। इसके लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। इसमें जनपद के सभी चिकित्सा अधिकारी बीसीपीएम व अन्य लोग मौजूद रहे। उन्हें अभियान में मरीजों को खोजने की बारीकियां के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके पूर्व 21 दिसंबर से 4 जनवरी तक कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलाया गया था, जिसमें घर-घर जाकर 62 मरीजों को चिन्हित किया गया था। सभी को विभाग द्वारा निशुल्क दवा उपलब्ध कराई गई। जनपद में कुल 173 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसमें पीबी 51 और एमबी मरीज 122 हैं। पीबी मरीजों की दवा 6 माह और एमबी मरीजों का दवा एक साल तक चलाया जाता है।

जिले में 3,749 टीमें बनाईं
डॉ. रामकुमार ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए कुल 3749 टीम बनाई गई है। प्रत्येक टीम में आशा/आंगनबाड़ी और एक पुरुष कार्यकर्ता शामिल रहेगा, जो पल्स पोलियो की तर्ज पर घर-घर जाकर कुष्ठ रोगी के जांच करेगा। टीमों की निगरानी के लिए 758 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं। कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में काम करने वाली आशा आंगनबाड़ी को 250 रुपये मानदेय दिया जाता है। जिन आशा द्वारा पीबी के मरीज को दवा खिलाया जाता है, उस आशा या आंगनबाड़ी को 6 माह का दवा खिलाने पर 400 रुपये दिए जाते हैं। एमबी मरीज को दवा खिलाने के बाद 600 रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि यदि दिव्यांग और पैर में शून्यता वाले मरीज मिलते हैं तो उन्हें विभाग की तरफ से निशुल्क एमसीआर चप्पल भी दिया जाता है।

इनका भी लिया जाएगा सहयोग
उन्होंने बताया कि इस अभियान में धार्मिक, राजनीतिक और शैक्षिक क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा। क्योंकि ऐसे लोग अपने-अपने क्षेत्र में काफी प्रभाव रखते हैं। लोग इनकी बात सुनते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को इस कार्यक्रम से जोड़ने का शासन ने एक प्रयास किया है। बैठक में समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और चिकित्सा अधीक्षक के साथ ही प्रभारी अधिकारी ब्लाक के बीसीपीएम व अन्य उपस्थित रहे।

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