वाराणसी पहुंचे नीति आयोग के सदस्य : बीएचयू में पूर्वांचल के विकास पर किया मंथन, 2047 तक बनाया जाएगा आर्थिक केंद्र

UPT | नीति आयोग के सदस्य बीएचयू प्रोग्राम में शामिल हुए

Dec 03, 2024 18:32

वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में नीति आयोग के सदस्य वी.के. सारस्वत ने हाल ही में वाराणसी और पूर्वांचल के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की...

Varanasi News : वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में नीति आयोग के सदस्य वी.के. सारस्वत ने हाल ही में वाराणसी और पूर्वांचल के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बीएचयू और नीति आयोग के बीच संभावित भविष्य सहयोग की दिशा पर भी विचार व्यक्त किए। वी.के. सारस्वत ने बताया कि उनकी प्राथमिकता यह है कि बीएचयू जैसी प्रमुख संस्थाएं क्षेत्रीय विकास में सहयोग करें, विशेषकर स्टार्टअप्स और नवाचार के क्षेत्र में।

अन्य राज्यों में भी बनाए जाएंगे अटल आवासीय स्कूल
वी.के. सारस्वत ने बीएचयू में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए देशभर में चल रही योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि बीएचयू को इस प्रक्रिया में एक अहम हिस्सा बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही, अटल आवासीय स्कूलों के लिए बढ़ती मांग को लेकर भी उन्होंने विचार साझा किए और कहा कि यह एक बेहतरीन पहल है, जिसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा। इसका उद्देश्य हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।



जल्द शुरू होगा काम
वहीं जब वी.के. सारस्वत से पूछा गया कि बनारस, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, मिर्जापुर और भदोही को एनसीआर की तर्ज पर विकसित करने की योजना कब लागू होगी, तो उन्होंने इसे नीति आयोग के एजेंडे में शामिल बताया। उन्होंने कहा कि इस पर काम जल्द ही शुरू होगा। साथ ही, वाराणसी और मिर्जापुर मंडल के छह जिलों में मेट्रो परियोजना को लागू करने की योजना बनाई गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार लाना है।

फरवरी में की गई थी घोषणा
गौरतलब है कि नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने फरवरी 2024 में यह घोषणा की थी कि वाराणसी, मुंबई, सूरत और विजाग को 2047 तक आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में तैयार करने के लिए एक रणनीति तैयार की जा रही है। इस पर सारस्वत ने कहा कि वे इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं और इन योजनाओं को जल्द लागू करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

बड़े उद्योगों की स्थापना पर हो रहा विचार
पूर्वांचल के उत्पादों के लिए एक विशेष ट्रेड सेंटर स्थापित करने और औद्योगिक विकास की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर, सारस्वत ने बताया कि इस क्षेत्र के हस्तशिल्प और जीआई (गियोग्राफिकल इंडिकेशन) उत्पादों के लिए एक विशेष केंद्र बनाया जाएगा। इसके अलावा, इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए ऑटोमोबाइल और अन्य बड़े उद्योगों की स्थापना पर विचार किया जा रहा है।

तेज रफ्तार ट्रेनों के संचालने की योजना
वी.के. सारस्वत ने यह भी बताया कि जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, मिर्जापुर और भदोही से वाराणसी तक तेज रफ्तार ट्रेनों के संचालन की योजना पर काम चल रहा है। इस योजना से इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और यात्रा सुविधा में सुधार होगा। इसके अलावा, रेलवे लाइनों के किनारे लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना की योजना भी बनाई जा रही है, जिससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

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