नए साल पर काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष व्यवस्था : अलग-अलग रास्तों से होगा प्रवेश और निकासी, क्षेत्र को पांच सेक्टरों में बांटकर की जाएगी निगरानी

UPT | काशी विश्वनाथ मंदिर

Dec 29, 2024 17:03

वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में नए साल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है।

Varanasi News : वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में नए साल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। मंदिर में दर्शन और पूजा के लिए आने वाले भक्तों के लिए प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग रास्ते निर्धारित किए गए हैं। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य मंदिर परिसर में भीड़ प्रबंधन को सरल बनाना और दर्शन प्रक्रिया को सुगम बनाना है।

प्रवेश और निकासी के लिए नए मार्ग
आम दिनों में मंदिर में ढुंढिराज द्वार और सरस्वती फाटक से प्रवेश और निकास दोनों होता है। लेकिन पहली जनवरी से इन गेटों से केवल प्रवेश की अनुमति होगी। श्रद्धालु जो ढुंढिराज द्वार से प्रवेश करेंगे, वे नंदू फारिया गली से बाहर निकलेंगे। वहीं, सरस्वती फाटक से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थी कालिका गली से बाहर जाएंगे। गंगा द्वार की ओर जिक-जैक बैरिकेडिंग भी बढ़ाई जाएगी ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, नए साल पर स्पर्श दर्शन और सुगम दर्शन की सुविधा बंद रहेगी। डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि लंबी कतारों को नियंत्रित करने के लिए ललिता घाट से दशाश्वमेध तक रेलिंग लगाई जाएगी।

मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए प्रशासन ने काशी विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर, संकट मोचन मंदिर और बीएचयू के काशी विश्वनाथ मंदिर सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर 45 सुरक्षा पॉइंट बनाए हैं। इन पॉइंट्स पर पुलिस बल तैनात रहेगा और ट्रैफिक प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। काल भैरव मंदिर क्षेत्र में 11 और संकट मोचन मंदिर के लिए 8 सुरक्षा पॉइंट बनाए गए हैं। बीएचयू परिसर में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए 6 सुरक्षा पॉइंट्स तय किए गए हैं। यहां अतिरिक्त पुलिस बल और फोर्स की व्यवस्था की गई है। दुर्गाकुंड क्षेत्र में भी सुरक्षा बल बढ़ाया गया है।



शहर में बैरिकेडिंग और डायवर्जन
वाराणसी शहर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मैदागिन चौराहा, गोदौलिया, दशाश्वमेध, सोनारपुरा, अस्सी चौराहा, लहुराबीर और अन्य प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है। सारनाथ और चौबेपुर क्षेत्रों में भी ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है। सारनाथ में म्यूजियम और बौद्ध मंदिर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी जाएगी।

पांच सेक्टरों में बांटा गया क्षेत्र
डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम और आसपास के क्षेत्र को पांच सेक्टरों में बांटकर निगरानी की जाएगी। यहां 47 सुरक्षा पॉइंट बनाए गए हैं। सुरक्षा में क्यूआरटी, पीएसी और एनडीआरएफ की टीमें शामिल रहेंगी। अस्सी घाट और अन्य प्रमुख स्थानों पर महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों को सिविल ड्रेस में तैनात किया गया है। यह नई व्यवस्था काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को नए साल पर सुगम और सुरक्षित दर्शन का अनुभव प्रदान करने के लिए बनाई गई है।

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