ई-रिक्शा चालकों का छठे दिन भी आमरण अनशन : बैंक किश्त और परिवार के पालन की चिंता, पीएम के संसदीय कार्यालय पर सौंपेंगे चाभी

UPT | अखिल भारतीय ई - रिक्शा चालक यूनियन अध्यक्ष प्रवीन काशी

Sep 10, 2024 20:50

अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन द्वारा ट्रैफिक रूट निर्धारण को लेकर लगातार छठवें दिन शास्त्री घाट पर आमरण अनशन किया गया। इसके साथ ही ई-रिक्शा चालक दूसरे दिन भी वाराणसी में हड़ताल पर है।

Varanasi News : अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन ने ट्रैफिक रूट निर्धारण को लेकर लगातार छठे दिन शास्त्री घाट पर आमरण अनशन किया। इसके साथ ही, ई-रिक्शा चालक वाराणसी में दूसरे दिन भी हड़ताल पर हैं। ई-रिक्शा चालकों का कहना है कि प्रशासन के निर्धारित रूट के कारण वे अपनी आजीविका नहीं चला पाएंगे, क्योंकि उन्हें केवल दो किलोमीटर के दायरे में ही संचालित करने की अनुमति है। इससे वे न तो बैंक की किश्तें चुका सकेंगे और न ही अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकेंगे। इसके विरोध में, ई-रिक्शा चालक अगले दिन पीएम के संसदीय कार्यालय पर जाकर अपनी चाभी सौंपेंगे।

ई-रिक्शा संचालन के लिए चार हिस्सों में रूट निर्धारित
वाराणसी में ट्रैफिक समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए ई-रिक्शा संचालन के लिए चार हिस्सों में रूट निर्धारित किया गया है। इस योजना की शुरुआत आज पुलिस कमिश्नर और जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने ई-रिक्शा पर बारकोड लगाकर की। इसके विरोध में, अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन के अध्यक्ष प्रवीण काशी के नेतृत्व में सैकड़ों ई-रिक्शा चालक शास्त्री घाट पर आमरण अनशन पर हैं। इस हड़ताल का समर्थन करने के लिए सपा का प्रतिनिधि मंडल, एमएलसी आशुतोष सिंहा के नेतृत्व में जिलाध्यक्ष सुजीत यादव और विष्णु शर्मा शास्त्री घाट पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे विधानसभा में ई-रिक्शा चालकों की समस्याओं को उठाएंगे।



चालक यूनियन ने दी चेतावनी
अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक यूनियन के अध्यक्ष प्रवीण काशी के नेतृत्व में, बुधवार को ई-रिक्शा चालक वाराणसी में सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय पर हजारों ई-रिक्शा की चाभियां सौंपेंगे। ई-रिक्शा चालकों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में उन्हें ई-रिक्शा की चाभी सौंपी थीं। अब उनकी मांग है कि अगर उन्हें ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं दी जाती, तो वे चाभी लेकर क्या करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे ई-रिक्शा चलाना जारी नहीं रखेंगे।

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