गाजीपुर में ट्रेन पलटाने की कोशिश : ट्रैक पर रखी थी लकड़ी और गिट्टियां, संदिग्ध घटनाओं की जांच में जुटी एजेंसियां

UPT | ट्रैक पर रखी थी लकड़ी और गिट्टियां

Sep 17, 2024 14:38

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गाजीपुर सिटी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर रखे गए लकड़ी के टुकड़े की घटना ने प्रशासन को गहरी चिंता में डाल दिया है। इस घटना के बाद से दिल्ली तक के अधिकारियों...

Ghazipur News : उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गाजीपुर सिटी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर रखे गए लकड़ी के टुकड़े की घटना ने प्रशासन को गहरी चिंता में डाल दिया है। इस घटना के बाद से दिल्ली तक के अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। रेलवे और पुलिस विभाग की टीम इस मामले की जांच को लेकर विभिन्न पहलुओं पर गौर कर रही हैं।

10 सितंबर की रात हुई घटना
10 सितंबर को गाजीपुर सिटी स्टेशन के पास गेट नंबर 27-28 के बीच रेलवे ट्रैक पर तीन मीटर तक गिट्टियां रख दी गई थीं। इसके बाद प्रयागराज से बलिया जा रही मेमू ट्रेन के इंजन पर पथराव की घटना हुई। रविवार की रात, इसी स्थान पर 20 कदम दूर एक लकड़ी का टुकड़ा रख दिया गया। रात 2:40 बजे स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस गाजीपुर घाट स्टेशन से गाजीपुर सिटी स्टेशन की ओर आ रही थी। चालक ने जमानिया रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे किलोमीटर संख्या 126/31-33 के बीच गार्ड रेल और रनिंग रेल लाइन के बीच लकड़ी का टुकड़ा देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। लकड़ी का टुकड़ा इंजन में फंसने से ट्रेन लगभग 400 मीटर तक रगड़ खाते हुए चली गई। इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

1 सप्ताह के भीतर दूसरी घटना
गिट्टियों के मामले में आरपीएफ ने शहर कोतवाली क्षेत्र के चक फैज छतरी निवासी दानिश अंसारी (18), सोनू कुमार (20) और आकाश कुमार (22) को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे नशे की हालत में मस्ती के लिए रेलवे पटरी पर गिट्टियां रख देते थे। जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि रेलवे की कार्रवाई से नाराज होकर आरोपियों के करीबियों ने लकड़ी का टुकड़ा रखा हो। दूसरी संभावना यह है कि नशेड़ियों को हटाने या किसी टाल संचालक को फंसाने के लिए यह कदम उठाया गया हो। हालांकि एक सप्ताह के अंदर दो घटनाओं के होने से यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या ये घटनाएं किसी साजिश का हिस्सा हैं। इस पर अधिकारी अभी स्पष्ट जानकारी देने से बच रहे हैं।

पेट्रोलिंग की कमी पर सवाल
रेलवे की प्रारंभिक जांच के अनुसार लकड़ी का टुकड़ा रात डेढ़ बजे के बाद रखा गया था। रेलवे ट्रैक पर इस घटना से पहले मालगाड़ियों का गुजरना हो चुका था लेकिन लोको पायलट ने किसी भी तरह की लकड़ी का टुकड़ा नहीं देखा। आरपीएफ ने रात 12 बजे तक पेट्रोलिंग की बात कही थी लेकिन आधी रात को ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा कैसे पहुंचा, इस पर सवाल उठ रहे हैं।

नशेड़ियों का अड्डा और दवाइयों की बरामदगी
घटनास्थल नशेड़ियों के लिए एक मुफीद जगह बन चुका है। यहां की गई जांच में दवाइयां और सिरिंज भी पाई गई हैं। यहां देर शाम से कोई आता-जाता नहीं। ऐसे में यहां रोजाना नशेड़ियों का जमावड़ा होता है। इसकी जानकारी भी आरपीएफ और पुलिस को है।

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