देश में 30,600 किमी नए हाईवे बनेंगे : 22 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे, तब रफ्तार में अमेरिका और चीन को टक्कर देगा भारत

22 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे, तब रफ्तार में अमेरिका और चीन को टक्कर देगा भारत
UPT | हाईवे

Jun 27, 2024 09:25

मंत्रालय ने 2031-32 तक लगभग 30,600 किलोमीटर के व्यापक राजमार्ग विकास योजना में 22 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए कैबिनेट की मंजूरी मांगी है।

Jun 27, 2024 09:25

New Delhi : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने देश के बुनियादी ढांचे के विकास को बड़ा बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना प्रस्तुत की है। मंत्रालय ने 2031-32 तक लगभग 30,600 किलोमीटर के व्यापक राजमार्ग विकास योजना में 22 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए कैबिनेट की मंजूरी मांगी है। यातायात की रफ़्तार बढ़ाने और देश भर में दूर दराज़ के इलाकों को जोड़ने की सरकारी नीति के मद्देनज़र इस प्रस्ताव को मंज़ूरी मिलने की पूरी संभावना है। अगर ऐसा होता है तो अगले एक दशक में भारतीय सड़क यातायात में क्रांतिकारी बदलाव देखने के लिए मिलेगा।

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ये हैं योजना की मुख्य विशेषताएं
1. 18,000 किलोमीटर एक्सप्रेसवे और हाई-स्पीड कॉरिडोर का निर्माण
2. शहरों के आसपास 4,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तार
3. रणनीतिक और अंतरराष्ट्रीय सड़कों का विकास
4. कुल निवेश का लगभग 35% निजी क्षेत्र से आने की उम्मीद



योजना का क्रियान्वयन कैसे होगा
* दो चरणों में पूरा किया जाएगा
* पहले चरण के सभी प्रोजेक्ट्स 2028-29 तक टेंडर किए जाएंगे
* पहला चरण 2031-32 तक पूरा होने की उम्मीद
* दूसरे चरण में 28,400 किलोमीटर अतिरिक्त सड़कों का विकास
* दूसरे चरण के लिए वित्तीय आवश्यकताओं का निर्धारण बाद में किया जाएगा

योजना के वित्तीय पहलू क्या हैं
* मंत्रालय ने बजटीय आवंटन में 10% वार्षिक वृद्धि का अनुरोध किया है
* अंतरिम बजट में मंत्रालय को 2,78,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे

देश क्या अपेक्षित लाभ
1. भारत के किसी भी हिस्से से 100-150 किलोमीटर के भीतर हाई-स्पीड कॉरिडोर तक पहुंच
2. राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर ट्रकों की औसत यात्रा गति 47 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 85 किमी प्रति घंटे हो जाएगी
3. लॉजिस्टिक्स लागत को GDP के 9-10% तक कम करने में मदद मिलेगी

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वर्तमान स्थिति क्या है और क्या संभावना
* भारत में वर्तमान में केवल 3,900 किलोमीटर हाई-स्पीड कॉरिडोर चालू हैं
* 2026-27 तक यह बढ़कर लगभग 11,000 किलोमीटर होने का अनुमान
* 2021-22 में लगभग 73% माल सड़क मार्ग से परिवहन किया गया
* अमेरिका में राजमार्गों पर औसत यात्रा गति 100 किमी प्रति घंटे से अधिक है
* चीन में यह गति 90 किमी प्रति घंटे है

सड़क परिवहन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "यह योजना भारत के परिवहन क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगी। इससे न केवल यात्रा समय कम होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा।" वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि इस योजना के सफल क्रियान्वयन से भारत की लॉजिस्टिक्स क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार होगा, जो वैश्विक व्यापार में देश की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएगा। हालांकि, कुछ पर्यावरणविद् इतने बड़े पैमाने पर सड़क निर्माण के संभावित पर्यावरणीय प्रभावों पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

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सरकार का गति शक्ति प्रोग्राम आगे बढ़ेगा
यह योजना भारत सरकार के 'गति शक्ति' कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो देश के बुनियादी ढांचे के समग्र विकास पर केंद्रित है। आने वाले दिनों में इस प्रस्ताव पर कैबिनेट की मंजूरी की प्रतीक्षा है, जिसके बाद इसके क्रियान्वयन की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।

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