आगरा में डिजिटल म्यूजियम : इतिहास और संस्कृति का अनोखा मिलन, इन स्टेच्यू के साथ टूरिस्ट ले सकेंगे सेल्फी

UPT | आगरा ताजमहल

Jul 25, 2024 19:34

आगरा ताजमहल, जो मुगल साम्राज्य की शान और ब्रज संस्कृति का केंद्र रहा है, अब पर्यटकों को एक नया और अद्वितीय अनुभव देने की तैयारी में है। पर्यटन विभाग की नई पहल के तहत...

Agra News : आगरा ताजमहल, जो मुगल साम्राज्य की शान और ब्रज संस्कृति का केंद्र रहा है, अब पर्यटकों को एक नया और अद्वितीय अनुभव देने की तैयारी में है। पर्यटन विभाग की नई पहल के तहत, शहर में दो स्थानों पर डिजिटल म्यूजियम स्थापित किए जाएंगे। जो न केवल मुगल काल की भव्यता को प्रदर्शित करेंगे, बल्कि ब्रज की समृद्ध संस्कृति को भी सजीव करेंगे।

डिजिटल म्यूजियम का मुख्य उद्देश्य
पर्यटकों को एक ऐसा अनुभव प्रदान करना, जो उन्हें इतिहास के पन्नों में ले जाए और साथ ही वर्तमान की तकनीक से जोड़े। यह परियोजना विशेष रूप से दूरदराज के देशों से आने वाले सैलानियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है, जिससे वे आगरा के ऐतिहासिक महत्व को और गहराई से समझ सकें।

थ्रीडी प्रौद्योगिकी का होगा उपयोग
संग्रहालय में सबसे आकर्षक होगा थ्रीडी प्रौद्योगिकी का उपयोग। इसके माध्यम से पर्यटक ताजमहल, फतेहपुर सीकरी, आगरा किला, बटेश्वर, और कीठम जैसे प्रमुख स्मारकों का इतिहास जान सकेंगे। ये थ्रीडी चित्र न केवल इन स्थलों की भव्यता को प्रदर्शित करेंगे, बल्कि उनके निर्माण, वास्तुकला और सांस्कृतिक पर भी प्रकाश डालेंगे। ये स्टेच्यू मोम के बने होंगे। ये बिन बोले ही सबकुछ बयां करते नजर आएंगे। इनको देखकर पहचानना ही मुश्किल हो जाएगा। ऐसा लगेगा कि बादशाह स्वयं यहां पर खड़े हों। ये पर्यटकों के लिए नया आकर्षण होगा।

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स्टेच्यू के साथ ले सकेंगे सेल्फी
म्यूजियम का एक और आकर्षक पहलू होगा मुगल बादशाहों और ब्रज की प्रमुख हस्तियों की मोम की प्रतिमाएँ। शाहजहां, मुमताज और अकबर जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों की ये प्रतिमाएँ इतनी आकर्षक होंगी कि पर्यटकों को ऐसा लगेगा मानो वे वास्तव में इन महान शख्सियतों के साथ खड़े हों। टूरिस्ट इन स्टेच्यू के साथ सेल्फी ले सकेंगे। प्रत्येक प्रतिमा के नीचे उस व्यक्ति के जीवन और उपलब्धियों के बारे में जानकारी भी प्रदान की जाएगी, जो पर्यटकों को इतिहास से और भी नजदीकी से जोड़ेगी।

डिजिटल म्यूजियम की विशेषता
यह पर्यटकों को एक काल्पनिक यात्रा पर ले जाएगा, जहाँ वे खुद को एक मुगल बादशाह के रूप में अनुभव कर सकेंगे। यह इंटरैक्टिव अनुभव न केवल मनोरंजक होगा, बल्कि शिक्षाप्रद भी होगा, क्योंकि यह पर्यटकों को उस युग की जीवनशैली और शासन व्यवस्था के बारे में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।

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इन दो स्थानों पर बनेंगे म्यूजियम
डिजिटल म्यूजियम दो स्थानों पर बनाए जाएंगे। एक शिल्पग्राम में और दूसरा फतेहपुर सीकरी के इंटरप्रिटेशन सेंटर में। ये स्थान रणनीतिक रूप से चुने गए हैं ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इस अनुभव का लाभ उठा सकें। परियोजना का वित्तपोषण आगरा हेरिटेज फंड द्वारा किया जाएगा, जो 1997 में स्थापित किया गया था।

1997 में बना था हेरिटेज फंड
आगरा हेरिटेज फंड की स्थापना का एक रोचक इतिहास है। 1997 में, जब विश्व प्रसिद्ध संगीतकार यन्नी ने ताजमहल के पीछे यमुना की रेती में एक भव्य संगीत कार्यक्रम आयोजित किया था, तब इस फंड की नींव रखी गई थी। उस ऐतिहासिक कार्यक्रम की सफलता ने तत्कालीन प्रशासन को इस फंड की आवश्यकता का एहसास कराया, जो अब इस नई डिजिटल संग्रहालय परियोजना को साकार करने में मददगार साबित हो रहा है।

डिजिटल म्यूजियम के लाभ
यह पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र बनेगा, जो उन्हें परंपरागत स्मारकों के अतिरिक्त कुछ नया और रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा। इससे पर्यटकों के ठहरने का समय बढ़ने की संभावना है, क्योंकि वे संग्रहालय का पूरा अनुभव लेने के लिए रात तक रूकेंगे। यह न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटकों को आगरा और ब्रज क्षेत्र की समृद्ध विरासत को और गहराई से समझने का अवसर भी प्रदान करेगा। यह संग्रहालय सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए आकर्षक होगा। बच्चों के लिए यह एक मनोरंजक शैक्षिक अनुभव होगा, जबकि वयस्कों के लिए यह इतिहास और संस्कृति में गहरी डुबकी लगाने का अवसर होगा। तकनीक और परंपरा का यह अनूठा मिश्रण निश्चित रूप से हर किसी को आकर्षित करेगा।

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