Firozabad News : जमीन घोटाले में सीएम योगी सख्त, एसडीएम और तहसीलदार समेत 19 पर मुकदमा

UPT | 75 बीघा जमीन के बंदरबांट की जानकारी देते शिकायतकर्ता।

Jul 11, 2024 11:53

फिरोजाबाद जनपद में अधिकारियों द्वारा किये गए 75 बीघा जमीन  के घोटाले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसमें सिरसागंज के तत्कालीन SDM विवेक...

Firozabad News : फिरोजाबाद जनपद में अधिकारियों द्वारा किये गए 75 बीघा जमीन  के घोटाले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसमें सिरसागंज के तत्कालीन SDM विवेक राजपूत और तहसीलदार नवीन कुमार समेत तहसील के 19 अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल किए गए हैं। FIR में 75 बीघा जमीन का बैनामा करने वाले और अपने नाम कराने वाले सभी लोगों के नाम शामिल हैं।

ये था पूरा मामला
सिरसागंज तहसील के गांव रूधैनी निवासी योगेन्द्र शर्मा नाम के एक किसान ने जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में 75 बीघा जमीन के बंदरबांट का आरोप लगाकर सनसनी फैल दी थी। उनका कहना था कि अधिकारियों ने करोड़ों रुपये की जमीन का दूसरे पक्ष में निर्णय देने के बदले में अपने रिश्तेदारों के नाम बैनामा करवा लिया है। जिसके बाद जिलाधिकारी रमेश रंजन ने SDM सिरसागंज, तहसीलदार व अन्य आरोपी अधिकारियों को वहां से हटा कर मुख्यालय से अटैच कर दिया। 

ये है पूरा मामला
मामला फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज के गांव रूधैनी का है, जहां एक 75 बीघा जमीन का विवाद फर्जी वसीयत को लेकर एसडीएम सिरसागंज के न्यायालय में चल रहा था। जिसमें 7 जून 2024 को एक आदेश होना था और दोनों पक्षों को 7 जून को बुलाया गया था। लेकिन, पीड़ित पक्ष योगेंद्र शर्मा एसडीएम के न्यायालय पहुंचे तो एसडीएम के पेशकार ने बताया कि इसमें आदेश हो चुका है। जब अपीलकर्ता के भाई बेदेन्द्र शर्मा ने पूरी जानकारी जुटाई तो पता चला कि 7 जून 2024 को आदेश फर्जी वसीयतकर्ता के पक्ष में कर दिया गया है। साथ ही 11 जून 2024 को ही जमीन का दाखिला खारिज भी कर दिया गया है। 12 जून 2024 को यह जमीन 10 लोगों के नाम में बिक्री कर दी गई। पीड़ित का आरोप है कि आदेश के बदले दो बैनामा सिरसागंज एसडीएम विवेक राजपूत के रिश्तेदार, पहचान वाले जिला जालौन निवासी दीपक राजपूत व अर्जुन सिंह गुर्जर के नाम में कर दिए गए।

बंदरबांट में ये भी शामिल
तीन बैनामा नायब तहसीलदार नवीन कुमार के जानने वाले व रिश्तेदार अनीता सिंह, महिपाल सिंह और राजश्री चाहर निवासी डिफेंस कॉलोनी आगरा के नाम में कर दिए गए। वहीं, तीन बैनामा जिला पंचायत सदस्य हरीश धनगर निवासी रूधैनी ने अपने जानने वाले तीन लोगों के नाम करा लिए। एक बैनामा भाजपा के मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह ने अपने नाम करा लिया और दो बैनामा क्षेत्रीय लेखपाल अभिलाख सिंह ने अपने दो रिश्तेदारों, जो मैनपुरी के रहने वाले हैं, उनके नाम करा लिए।

पीड़ित ने की थी शिकायत
जानकारी होते ही अपीलकर्ता योगेंद्र शर्मा ने जिलाधिकारी कार्यालय में जाकर शिकायत की, लेकिन वहां भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब मामला मीडिया के बीच पहुंचा तो आनन फानन में कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी रमेश रंजन ने एसडीएम सिरसागंज विवेक राजपूत को जिलाधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया। तहसीलदार को भी वहां से हटा दिया गया।

सीडीओ की रिपोर्ट पर सीएम का सख्त रुख
जिलाधिकारी ने सीडीओ दीक्षा जैन की अध्यक्षता में बनी कमेठी की रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर दी। उसके बाद बुधवार को मुख्यमंत्री ने इस पर सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए। उसके बाद तत्कालीन SDM विवेक राजपूत, तहसीलदार नवीन कुमार, कानूनगो, लेखपाल, तहसील बाबू सहित बैनामा करने वाले और कराने वाले 19 लोगों के खिलाफ सिरासगंज थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले की FIR ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जिसमें रूधैनी गांव का मुख्य साजिशकर्ता जिला पंचायत सदस्य व अन्य एक भाजपा नेता का नाम FIR में नहीं है, जिन पर पीड़ित ने आरोप लगाया था। उनके रिश्तेदारों के नाम भी खेत का बैनामा हुआ था।

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