नेग मांगने वाली नर्स सस्पेंड : 5100 रुपये के लिए 40 मिनट तक मेज पर रखा नवजात, मासूम की गई जान

UPT | symbolic image

Oct 01, 2024 16:29

करहल सीएचसी में तैनात एक नर्स ने नवजात बच्चे को 40 मिनट तक मेज पर रखा, क्योंकि उसे नेग में 5100 रुपये नहीं मिले। नवजात के परिजनों ने बड़ी मुश्किल से पैसे जुटाए और नर्स को दिए...

Mainpuri News : यूपी के मैनपुरी से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। करहल सीएचसी में तैनात एक नर्स ने नवजात बच्चे को 40 मिनट तक मेज पर रखा, क्योंकि उसे नेग में 5100 रुपये नहीं मिले। नवजात के परिजनों ने बड़ी मुश्किल से पैसे जुटाए और नर्स को दिए, लेकिन तब तक बच्चे की हालत गंभीर हो चुकी थी। आनन-फानन में नवजात को सैफई मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे देखकर मृत घोषित कर दिया। नेग मांगने वाली नर्स के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। नवजात की मौत के बाद नर्स को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप लगाया गया है कि नर्स की लापरवाही के चलते नवजात की जान चली गई।

यह है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के थाना कुर्रा क्षेत्र के ग्राम ओन्हा पतारा निवासी सुजीत ने 18 सितंबर को अपनी पत्नी संजली को प्रसव पीड़ा के कारण करहल के सीएचसी में भर्ती कराया। यहां तैनात ज्योति और अन्य कर्मचारियों ने उनकी पत्नी के साथ अभद्रता की और उचित देखभाल नहीं की। नतीजतन, 19 सितंबर की सुबह 4:00 बजे उनकी पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया।



40 मिनट तक बच्चा मेज पर पड़ा रहा बच्चा
सुजीत ने बताया कि प्रसव के बाद उनसे 5100 रुपये की मांग की गई। जब पैसे नहीं दिए गए, तो नर्स ज्योति ने बच्चे को एक कपड़े में लपेटकर मेज पर रख दिया और कहा कि जब तक पैसे नहीं मिलेंगे, तब तक बच्चा नहीं दिया जाएगा। मजबूरी में परिजनों ने नर्स को पैसे दिए। इस बीच, करीब 40 मिनट तक बच्चा मेज पर पड़ा रहा, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। जब परिजनों ने बच्चे की स्थिति देखी, तो उन्होंने स्टाफ को सूचित किया। इसके बाद बच्चे को सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही बच्चे ने दम तोड़ दिया।

गड़बड़ी मिलने पर होगी कार्रवाई
नवजात की मौत के मामले में पीड़ित की शिकायत के बाद एक जांच कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने इस पूरे घटनाक्रम की गहन जांच की और यदि गड़बड़ी पाई गई, तो नर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई। वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि मामले की जानकारी मुझे मिली है। स्वास्थ्य केंद्र करहल की लापरवाही पर जांच के निर्देश दिए गए हैं।

डिप्टी सीएम ने दिए आदेश
डिप्टी सीएम ने सीएमओ को जांच के आदेश दिए हैं। जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विजेंद्र सिंह, डॉ. संजीव राव बहादुर और जिला कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार वर्मा हैं। डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंडलीय अपर निदेशक, कानपुर को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह  में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है।

Also Read