मथुरा में ब्रज की होली : बसंत पंचमी से छाएगा उल्लास, 40 दिन तक उड़ेगा अबीर गुलाल, मंदिरों में तैयारियां शुरू

UPT | ठाकुर बांके बिहारी मंदिर।

Feb 10, 2024 17:09

ब्रज की होली का अनूठा उत्सव अपनी भव्यता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय है। 40 दिन तक चलने वाली होली का आनंद लेने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में कान्हा की नगरी पहुंचते हैं। इस बार बसंती पंचमी 14 फरवरी को है। जिसके चलते ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में बसंत पंचमी की तैयारी तेज हो गई हैं।

Short Highlights
  • ब्रज क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों और मंदिरों में बसंत पंचमी से ही होली खेलने की परम्परा शुरू हो जाती है
  • वर्षों से चली आ रही परम्परा को लेकर बृजवासियों में बड़ा उत्साह रहता है
Mathura News (विनोद शर्मा) : "सब जग होरी जा ब्रज होरा" बसंत पंचमी से होली की शुरुआत मानी जाती है। ब्रज का हाल ऐसा है कि देश ही नहीं दुनिया भर से लोग ब्रज की होली में सराबोर रहते हैं। ब्रज के प्रमुख मंदिरों में बसंत पंचमी पर भक्तों के साथ होली खेली जाती है। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में बसंत पंचमी से ब्रज की प्रसिद्ध रंगीली होली की शुरुआत हो जाती है। इस बार बसंती पंचमी 14 फरवरी को है। जिसके चलते विश्वविख्यात ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रंगार आरती के साथ ही अबीर गुलाल की ऐसी इंद्रधनुषी छटा बिखरेगी कि हर कोई ठाकुरजी के प्रसाद रंग में रंगा दिखाई देगा। 

श्रद्धालुओं का आवागमन
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में बसंत पंचमी की तैयारी तेज हो गई हैं। बताते चलें कि ब्रज क्षेत्र में रंगों के पर्व होली का विशेष महत्व है। यहां बसंत पंचमी के दिन ही होलिका दहन के लिए होली का डांढा गाढ़ा जाता है। ब्रज क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों और मंदिरों में बसंत पंचमी से ही होली खेलने की परम्परा शुरू हो जाती है। वर्षों से चली आ रही परम्परा को लेकर बृजवासियों में बड़ा उत्साह रहता है। वहीं देश दुनिया से श्रद्धालुओं का आवागमन भी ब्रज में लगा रहता है, जो ब्रजवासियों के साथ होली खेलकर अपने आप को धन्य समझते हैं।

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