Radha Rani Controversy : क्या है राधारानी विवाद? जिसे लेकर प्रेमानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा को दी माफी मांगने की सलाह...

UPT | प्रेमानंद महाराज और प्रदीप मिश्रा

Jun 28, 2024 17:40

राधारानी के विवाद पर संत समाज और ब्रजवासियों के बीच गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। हनुमान टेकरी के महंत अधिकारी दशरथ दास महाराज के नेतृत्व में आए इस प्रतिनिधि मंडल ने ब्रज के प्रसिद्ध रसिक संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की।

Mathura News : बृज क्षेत्र में एक बार फिर धार्मिक विवाद ने जोर पकड़ा है। इस बार विवाद का केंद्र प्रदीप मिश्रा द्वारा राधारानी के विषय में की गई टिप्पणी है, जिसने संत समाज और ब्रजवासियों के बीच गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए धर्म रक्षा संघ का एक प्रतिनिधि मंडल आज सुबह श्रीराधा केली कुंज पहुंचा। हनुमान टेकरी के महंत अधिकारी दशरथ दास महाराज के नेतृत्व में आए इस प्रतिनिधि मंडल ने ब्रज के प्रसिद्ध रसिक संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। मुलाकात का मुख्य उद्देश्य 24 जून को बरसाना में आयोजित महापंचायत के बारे में जानकारी देना और आगे की रणनीति पर मार्गदर्शन प्राप्त करना था। यह महापंचायत रमेश बाबा की अध्यक्षता में प्रदीप मिश्रा के विरोध में आयोजित की गई थी।

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प्रदीप को दी उनके सामने बैठने की सलाह
प्रेमानंद महाराज ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को व्यास मंच पर बैठने से पहले अपने गुरुजनों के चरणों में बैठकर कथा का रहस्य और संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदीप मिश्रा अपने को शास्त्र का ज्ञानी समझ रहे हैं, जबकि वास्तव में वे किशोरी (राधारानी) के विषय में कुछ भी नहीं जानते। प्रेमानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा को एक अनूठी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यदि मिश्रा राधारानी के विषय में कुछ भी जानना चाहते हैं, तो वे वृंदावन की रज में उनके सामने आकर बैठ जाएं। महाराज ने कहा कि वे खुद कुछ नहीं बोलेंगे, मौन रहेंगे, और फिर भी मिश्रा को राधारानी का ज्ञान प्राप्त हो जाएगा।



महाराज ने दिया समाधान 
हालांकि, प्रेमानंद महाराज ने एक समाधान का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि प्रदीप मिश्रा उनका भाई है, और यदि वह उसी जुबान से माफी मांग ले जिससे उसने त्रुटि की है, तो सारा मामला सुलझ जाएगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि क्षमा न मांगकर मिश्रा ने बहुत बड़ी भूल की है, और संतों एवं ब्रजवासियों को उनकी वाणी से जो कष्ट हुआ है, उसे भगवान भी क्षमा नहीं करेंगे।

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गौड़ ने प्रदीप मिश्रा को दी चेतावनी
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि तीन दिन की समय सीमा पूरी होने के बाद भी प्रदीप मिश्रा अपने अहंकारी स्वभाव के कारण अपने रुख में कोई बदलाव नहीं लाए। गौड़ ने चेतावनी दी कि अब धर्म योद्धा, संत और ब्रजवासी शांत नहीं बैठेंगे और न ही मिश्रा से क्षमा मांगने की याचना करेंगे। धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बद्रीश महाराज ने एक कठोर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रदीप मिश्रा की आत्मा में बकासुर प्रवेश कर गया है।

ये संगठन रहे शामिल
इस प्रतिनिधि मंडल में कई प्रमुख संत शामिल थे, जिनमें महंत रामदास, महंत मोहन दास, महंत श्यामदास, महंत अखिलेश दास, महंत माधव दास, महंत रामकृपाल दास, श्रीदास प्रजापति, और गोपाल शर्मा प्रमुख थे। साथ ही इस विवाद ब्रज तीर्थ देवालय न्यास, धर्मरक्षा संघ, गोरक्षक दल, श्रीमाता जी गोशाला, श्रीहरिनाम प्रेस, सारस्वत सभा, ब्राह्मण सेवा संघ, श्रीसुदामा पुरी सेवाश्रम, श्री मान मंदिर आदि संस्थान शामिल हैं।

क्या है राधारानी विवाद?
राधारानी विवाद एक कथा प्रवचन के दौरान प्रदीप मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से उत्पन्न हुआ। मिश्रा ने कहा कि राधारानी बरसाना की नहीं, रावल गांव की निवासी थीं और बरसाने में केवल उनके पिता की कचहरी थी, जहां वे वर्ष में एक बार जाती थीं। इसी कारण स्थान का नाम बरसाना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि राधा कृष्ण की पत्नी नहीं थीं, उनके पति का नाम अनय घोष था। मिश्रा ने राधा की सास जटिला और ननद कुटिला का उल्लेख किया, यह भी बताया कि राधा का विवाह मथुरा के छाता गांव में हुआ था। यह बयान विवाद का कारण बना।

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राधारानी टिप्पणी पर महाराज ने दी थी प्रतिक्रिया 
प्रेमानंद महाराज ने पं. प्रदीप मिश्रा के एक वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मिश्रा को राधा के बारे में कुछ नहीं पता और उन्हें शर्म आनी चाहिए। महाराज ने जोर देकर कहा कि वेदों के अनुसार राधा और कृष्ण अलग नहीं हैं। उन्होंने मिश्रा पर आरोप लगाया कि वे राधा जी की मर्यादा का अपमान कर रहे हैं। महाराज ने कहा कि केवल चार श्लोक पढ़कर कोई भागवत प्रवक्ता नहीं बन जाता। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी बातें करने वाले नरक में जाएंगे।

विवाद पर प्रदीप मिश्रा ने दी सफाई
पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधारानी विवाद पर अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनके बयान शास्त्रों पर आधारित हैं और उन्होंने पहले ही प्रमाण दिए हैं। उन्होंने ब्रह्म वैवर्त्य पुराण, राधा रहस्य और गौड़ीय संप्रदाय की पुस्तकों से जानकारी ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उनके वीडियो का आधा हिस्सा दिखाकर भ्रम फैला रहे हैं और राधारानी के नाम पर शिवमहापुराण को निशाना बना रहे हैं। मिश्रा ने ब्रजवासियों से क्षमा मांगी यदि उनकी वाणी से किसी को ठेस पहुंची हो। प्रेमानंद महाराज के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए मिश्रा ने कहा कि वे उनका सम्मान करते हैं और उनके एक फोन पर ही मिलने आ जाते। उन्होंने किसी भी ब्रज के संत से मिलने और अपना पक्ष रखने की तैयारी जताई। इस बीच, ब्रज तीर्थ न्यास के पदाधिकारियों ने मिश्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और उन्हें शास्त्रार्थ का चुनौती दी है।

प्रदीप मिश्रा ने ब्रजवासियों से मांगी माफी
पंडित प्रदीप मिश्रा ने राधारानी विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए ब्रजवासियों से क्षमा मांगी है। उन्होंने कहा कि अगर उनकी वाणी से किसी को ठेस पहुंची हो तो वे माफी चाहते हैं। साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उनके वीडियो का आधा हिस्सा दिखाकर भ्रम फैला रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि ऐसे लोगों को राधारानी और भोलेनाथ देख लेंगे। उन्होंने ब्रज के किसी भी संत से मिलने की इच्छा जताई और कहा कि वे उनके चरणों में प्रणाम करके अपना पूरा व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।

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