आगरा की दागदार पुलिस : दिल्ली के टप्पेबाजों को पकड़कर छोड़ने वाले तीन सस्पेंड, जानें पूरा मामला...

UPT | दिल्ली के टप्पेबाजों को पकड़कर छोड़ने वाले तीन सस्पेंड।

Oct 25, 2024 12:22

एक तरफ पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड़ अपराध की रोकथाम और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लगातार अधीनस्थों के पेच कस रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज अपराधियों से मिलकर खेल कर रहे हैं। ऐसे ही...

Agra News : एक तरफ पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड़ अपराध की रोकथाम और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए लगातार अधीनस्थों के पेच कस रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज अपराधियों से मिलकर खेल कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में लूट और चोरी के माल को बेचने वाले चार टप्पेबाजों को थाना शाहगंज पुलिस ने दबोचा था। चारों शातिरों को थाना शाहगंज पुलिस ने चौकी में रखा। बदमाशों से सेटिंग हुई और चारों को छोड़ दिया गया। अब इस प्रकरण में एक अंडर ट्रेनिंग एसआई और दो सिपाही को निलंबित कर पुलिस की साख को बचाने का प्रयास किया गया है। 

ये है पूरा मामला
पुलिस उपायुक्त नगर सूरज राय को शिकायत मिली थी कि जनकपुरी महोत्सव के दरम्यान शाहगंज पुलिस ने दिल्ली के चार टप्पेबाजों को पकड़ा था। बाद में पुलिसकर्मियों ने लेनदेन कर चारों को छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि सीओडी तिराहे पर मोबाइल की दुकान है। जनकपुरी महोत्सव के दाैरान मोबाइल व्यापारी के पास दिल्ली के चार युवक आए। उन्होंने कम कीमत में सोना बेचने की बात कही। व्यापारी ने सोना खरीद लिया। टंच में सोना कम कीमत का निकला। व्यापारी की पहचान एक पुलिसकर्मी से थी। उन्होंने उसे बताया। उसने शाहगंज पुलिस से संपर्क कर युवकों को पकड़ने का प्लान बनाया। व्यापारी ने युवकों को फोन करके और सोना खरीदने के लिए बुलाया। वो आ गए, तभी पुलिस पहुंच गई और चारों को दबोच लिया। 

सेटिंग के बाद बदमाशों को छोड़ा
पुलिस पूछताछ में चारों बदमाशों ने बताया कि वे सोने के आभूषण कोतवाली के सुमित के पास ले जाकर गलवाते हैं। इसके बाद रकम बांट लेते हैं। सोना टप्पेबाजी से आता है, पुलिस ने बदमाशों की निशानदेही पर सुमित को भी पकड़ लिया। यही नहीं, इसके बाद मोबाइल व्यापारी को भी चाैकी पर बैठा लिया गया। पांचों को जेल भेजने के लिए कहा गया। इसके बाद रकम वसूलने का खेल शुरू हुआ। पुलिसकर्मियों ने अवैध हिरासत में रखने के बाद सभी को छोड़ दिया। 

इन पर हुई कार्रवाई
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि इस प्रकरण की शिकायत मिलने के बाद एसीपी सदर को जांच सौपी गई थी। जांच के दौरान इंस्पेक्टर और चाैकी प्रभारी के बयान दर्ज किए गए। उन्होंने बताया कि जिस दिन लोग पकड़े गए, उस दिन वह सीताजी का डोला निकलवाने की ड्यूटी में थे। हालांकि सवाल उठ रहा है कि इंस्पेक्टर और चाैकी प्रभारी कुछ देर के लिए ही ड्यूटी में रहे होंगे, जबकि पकड़े गए लोगों को पूरी रात चाैकी में रखा गया था। बगैर चौकी इंचार्ज और थानाध्यक्ष के यह मुमकिन नहीं है कि आरोपियों को रातभर चौकी पर रखा जाए और चौकी इंचार्ज एवं थाना प्रभारी निरीक्षक जानकारी ना हो। फिलहाल इस प्रकरण में प्रशिक्षु दरोगा शुभम सिंह, सिपाही प्रशांत और संजीव अत्री को निलंबित किया गया है।

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